चैनपुर में घर में घुस कर दो की हत्या, दो घायल

चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव में रात करीब 12:15 बजे घर में घुस कर स्वचालित हथियार से लैस हो कर पहुंचे करीब छह अपराधियों ने दो लोगों को भून डाला.

By Prabhat Khabar News Desk | January 6, 2025 8:57 PM

मेदिनीनगर. चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव में रात करीब 12:15 बजे घर में घुस कर स्वचालित हथियार से लैस हो कर पहुंचे करीब छह अपराधियों ने दो लोगों को भून डाला. वहीं फायरिंग की आवाज सुनकर बगल से पहुंचे दो युवकों को भी अपराधियों ने फायरिंग कर घायल कर दिया. घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी भाग निकले. इस घटना में भरत पांडेय और दीपक साव की मौत हो गयी, जबकि गरदा गांव के अंशु सिंह व महावीर सिंह घायल हो गये. घायलों को इलाज के लिए मेदिनीनगर एमएमसीएच में भर्ती कराया गया है. चिकित्सकों ने गोली निकाल दिया है. दोनों घायल खतरे से बाहर हैं. बताया जाता है कि मृतक भरत रामगढ़ के पांडेय गिरोह का पूर्व में सदस्य था. वर्तमान में वह पांडेय गिरोह से अलग होकर अपना गिरोह खड़ा कर लिया था. आशंका व्यक्त की जा रही है कि प्रतिशोध लेने के लिए पांडेय गिरोह के द्वारा यह हमला किया गया है. जानकारी के अनुसार भरत पांडेय चैनपुर के गरदा गांव में अपने मौसेरे भाई संजोग सिंह के बच्चे का जन्मदिन मनाने के लिए आया हुआ था. संजोग सिंह के बच्चे का 31 दिसंबर को जन्मदिन मनाया गया था. भरत पांडेय संजोग सिंह के चाचा अजय सिंह के यहां रुका हुआ था. अंदेशा जताया जा रहा है कि अपराधियों द्वारा पूरी गतिविधियों की जानकारी लेने के बाद घटना को अंजाम दिया गया. घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. वहीं अजय सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि अपराधियों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग की गयी है. जिसमें दो लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि बगल के कमरे में सोये अंशु और महावीर गोली चलने की आवाज सुनकर दौड़ पड़े. अपराधियों ने दोनों को हाथ व पैर में गोली मारी है. घटना की सूचना मिलने के बाद एसपी रीष्मा रमेशन के नेतृत्व में एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद, चैनपुर, सतबरवा, मनातू थाना की पुलिस घटना स्थल पर पहुंची और जायजा लिया.

घायल के शरीर से निकाल ली गयी है गोली

घायल महावीर सिंह ने बताया कि उनके बायें हाथ के बांह में एक गोली लगी थी. जबकि दूसरी गोली बायें हाथ की केहुनी व हथेली के बीच में लगी थी. गोली निकाल ली गयी है. जबकि अंशु के दाहिने पैर के जांघ में एक गोली लगी थी. जबकि दूसरी गोली बायें पैर के ठेहुना के नीचे लगी है. दोनों सुरक्षित बताये जाते हैं. महावीर सिंह भैंस व गाय खरीदने के लिए हरिहरगंज से अपने मामा अजय सिंह के यहां आये हुए थे.

घर में बिखरे थे गोली के करीब 30 खोखे

जिस कमरे में दोनों को गोली मारी गयी है. उस कमरे में करीब 30 खोखे कमरे में बिखरे पड़े थे. मृतक के रिश्तेदार अजय सिंह ने बताया कि करीब छह अपराधी घर के पीछे से भागते हुए देखे गये. सभी के हाथ में स्वचालित हथियार था.

अपराधी काले रंग की थार गाड़ी से आये थे

जानकारी के अनुसार जिस घर में गोलीबारी की घटना हुई है. उस घर के पीछे से अपराधी आये थे. अपराधी अपनी गाड़ी को मेन रोड पर ही खड़ी रखे थे. जानकारी के अनुसार अपराधी काले रंग की थार गाड़ी से आये थे. लोगों का कहना है कि चूंकि मृतक भरत पांडेय भी थार गाड़ी से चलता था. इससे लोगों को किसी तरह का कोई शक नहीं हुआ. क्योंकि मृतक भरत पांडेय जब से यहां आया था वह अपनी काले रंग की थार गाड़ी से दिन भर गांव में घुमता रहता था.

सीढ़ी के रास्ते घर में घुसे थे अपराधी, लाल रंग का जैकेट पहने थे अपराधी

घायल महावीर सिंह व अंशु सिंह ने बताया कि अपराधी छत से सीढ़ी के माध्यम से घर के अंदर दाखिल हुए थे. उसके बाद सीधे जिस रूम में भरत व दीपक सोये हुए थे. उस रूम में घुस कर फायरिंग शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि यदि ताला तोड़ा जाता तो जरूर पता चल जाता. क्योंकि रात का समय था. दोनों ने बताया कि अपराधी गोली मारने के बाद घर के अंदर से बंद गेट खोल कर भागे हैं. दोनों घायलों ने बताया कि एक अपराधी लाल रंग का जैकेट पहने हुआ था.

पुलिस सभी बिंदुओं पर कर रही है जांच : एसडीपीओ

सदर एसडीपीओ मणि भूषण प्रसाद ने बताया कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का कहना है कि आपराधिक घटनाओं में पैसे के लेनदेन को लेकर भी यह घटना घटी है. पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है कि आखिर इतनी सटीक जानकारी अपराधियों को कैसे थी. बताया कि दोनों मृतक भी अपराधी प्रवृत्ति के थे. संभवत बदला लेने के ख्याल से भी इस घटना को अंजाम दिया गया होगा.

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