PHOTOS: घने कोहरे की चादर में लिपटा झारखंड का पलामू, शीतलहरी से घरों में दुबके लोग
झारखंड के पलामू में शीतलहरी से लोग घरों में दुबके हुए हैं. ठंड के मामले में पलामू राज्य में रांची के बाद दूसरे नंबर पर आ पहुंचा है. शीतलहर से जनजीवन ठहर सा गया है. घने कोहरे की वजह से सड़कों पर वाहन की आवाजाई कम हो रही है. लोग घरों में दुबक गए हैं. चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की गयी है.
मेदिनीनगर शहर में सुबह चार बजे से सात बजे तक नौ डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया. दोपहर तक बढ़ते हुए तापमान 20 डिग्री तक पहुंचा. अपराह्न तीन बजे के बाद फिर से तापमान गिरने लगा. पूरे दिन शहर घने कोहरे से लिपटा रहा. इससे वाहन परिचालन में दिक्कत हुई. वाहनों का परिचालन भी आम दिनों की अपेक्षा कम रहा.
मेदिनीनगर शहर की बात करें तो यहां अमूमन रात को आठ बजे के बाद ही दुकानें बंद होने लगती है, पर ठंड की वजह से शाम को पांच बजते ही अधिकतर दुकानें बंद होने लगीं. सबसे अधिक परेशानी फुटपाथी दुकानदारों को हुई. दिन में भी ये अपनी दुकानों के पास आग जलाकर तापते हुए नजर आए.
स्टेशन रोड में चाय के लिए फेमस चाय सुट्टा बार में दिनभर लोगों की भीड़ रही. आम दिनों की अपेक्षा आज इस रेस्तरां में चाय की डिमांड अधिक रही. यहां 15 रुपये से लेकर 50 रुपये तक के विभ्भिन्न फ्लेवर की चाय और कॉफी खूब बिकी. यहां सबसे अधिक भीड़ युवाओं की थी.
घने कोहरे और कंपकंपाती शीतलहरी के बीच फुटपाथी चाय दुकान वालों की खूब दुकानदारी चली. शहर के बस स्टैंड, सदीक मोड़, कचहरी, थाना के सामने, आढ़त रोड, जय भवानी संघ चौक, विरसा चौक, बेलवाटिका चौक, पुलिस लाइन रोड की कुछ फेमस चाय दुकानों में सुबह से ही चाय की बिक्री जोरों पर रही.
पिछले 45 वर्षों से शहर में शिविर लगाकर गरम कपड़े बेचने वाले तिब्बती शरणार्थी दुकानदारों के चेहरे इन दिनों खिले हुए हैं. दिसंबर के प्रथम सप्ताह से इन्हें छहमुहान पर दुकान लगाने से रोक दिया गया था. इसकी वजह से इनकी दुकानदारी शून्य हो गयी थी, अब इन्हें पिछले चार दिनों से जिला स्कूल चौक के पास दुकान लगाने की जगह मिली है. इनकी टीम लीडर जेनपिंग ने बताया कि जिस तरह से ठंड ने असर दिखाना शुरू किया है, उम्मीद है अब उनकी दुकानों में भीड़ लगनी शुरू हो जाएगी. उत्तरप्रदेश के कानपुर, जौनपुर समेत अन्य कई जगहों से आकर कुछ लोग पलामू में कम्बल बेचते हैं. मेदिनीनगर में कई प्रमुख मार्ग के फुटपात पर ये दूकान लगते है. इनके पास किलो के हिसाब से कम्बल तौल कर मिलता है. 250 रुपये किलो से इनका कम्बल बिकता है. ठण्ड बढ़ने से इन कम्बल दुकानों में भी भीड़ लगनी शुरू हो गयी है.
कोयल नदी के तट पर शहर का लोकप्रिय मेरिन ड्राइव, जो आम दिनों में लोगों के आवागमन से गुलजार रहता था, वो भी ठंड में लोगों के न निकलने से सूनासूना रहा. यहां लगने वाले फास्टफूड स्टॉल और अन्य दुकानें भी न के बराबर लगायी गयी थीं. कोयल नदी के पुल पर भी दिन में स्ट्रीट लाइट जला दी गयी थी. पुल पर धुंध की वजह से वाहनों को भी लाइट जलानी पड़ी. पलामू के उपायुक्त ए दोड्डे ने जिलेवासियों से ठंड से बचने की अपील की है. भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव डॉ सत्यजीत गुप्ता ने प्रभात खबर से कहा कि इस समय बुजुर्ग और बच्चों को खास एहतियात बरतनी है. इन्हें सिर से लेकर नाख़ून तक गरम कपड़े में रहना होगा. डॉ गुप्ता ने कहा है कि बिना जरूरत घर से बहार निकलने से लोगों को बचना चाहिए. तला हुआ चटपटा खाने से परहेज कर घर का बनाया हुआ ताजा भोजन करना चाहिए. उन्होंने बाइक चलाने वालों को सीना, सिर, हाथ पैर के नाख़ून को टोपी, इनर, मोजा व दस्ताना से बचाने की अपील की है.
रिपोर्ट : सैकत चटर्जी, पलामू