विश्वविद्यालय भवन का निर्माण डीपीआर के अनुरूप नहीं होने पर करायेंगे जांच : वित्त मंत्री

झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर मंगलवार को विवि में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण के लिए शाम चार बजे विश्वविद्यालय पहुंचे.

By Prabhat Khabar News Desk | February 11, 2025 9:28 PM
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मेदिनीनगर. झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर मंगलवार को विवि में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण के लिए शाम चार बजे विश्वविद्यालय पहुंचे. विश्वविद्यालय में चल रहे निर्माण कार्य को देख कर उन्होंने काफी नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि देखने से लग रहा है कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता सही नहीं है. कहा कि विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य यदि डीपीआर के अनुरूप नहीं हुआ है. तो राज्य की जो सबसे उच्च जांच एजेंसी है. उससे इसकी जांच करायेंगे. इसमें जो भी दोषी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जायेगा. उन्होंने कहा कि जो भी दरवाजे लगाये गये हैं. वह भी सही नहीं है. कहा कि विभिन्न छात्र संगठनों के द्वारा इस बारे में शिकायत की गयी थी. कहां की गुणवत्ता काफी घटिया है. पेयजल की व्यवस्था नहीं है. उन्होंने विवि के रजिस्ट्रार एसके मिश्रा से पूछा कि जब संपूर्ण कार्य निष्पादित नहीं किया गया है. तो आपने इसे टेकओवर कैसे कर लिया. निर्माण कार्य में लगाये गये दरवाजे, हैंडल आदि अप टू मार्क नहीं हैं. वित्त मंत्री को छात्रों ने दिखाया की दीवार में कैसे दरार पड़ गयी है. जबकि अभी हैंडओवर हुए एक महीने भी नहीं हुआ है. उन्होंने रूम का दरवाजा खोल कर भी अंदर जाकर निरीक्षण किया. एकेडमिक बिल्डिंग में देखा कि खिड़की में सिर्फ ग्लास लगा हुआ है. उसमें ग्रिल नहीं है. उन्होंने रजिस्ट्रार से पूछा कि पलामू एक नक्सल प्रभावित जिला है. उसमें खिड़की में ग्रिल नहीं लगाया गया है. यदि उसमें किसी तरह का कोई उपद्रवी घुस कर नुकसान पहुंचाता है. तो उसकी जवाबदेही कौन लेगा. उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि जब मरम्मत का कार्य लंबित है. तो टेकओवर कैसे हो गया. उन्होंने पूछा कि क्या भवन निर्माण के मुख्य अभियंता ने प्रमाणित किया है की संपूर्ण कार्य पूरा हो गया है. यदि नहीं किया है, तो आपने कैसे इसे टेकओवर कर लिया. उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा के सीनियर अधिकारियों की मीटिंग बुलायी जायेगी. उन्हें जांच के लिए भी भेजा जायेगा. कहां की इस संबंध में राज्य के गवर्नर से भी बात की जायेगी. बताया कि विश्वविद्यालय में 100 करोड़ से ऊपर का काम हो चुका है. लेकिन इसमें गुणवत्ता की कमी दिखाई देती है. कहां की फेवर ब्लॉक भी नहीं बिछाया गया है. जमीन का समतलीकरण भी नहीं हुआ है. तो आप लोगों ने कैसे टेकओवर कर लिया. उन्होंने रजिस्ट्रार को निर्देश दिया कि इससे संबंधित सभी कागजात जल्द भेज दें. मौके पर विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा नियंत्रक रविशंकर कुमार, डॉ एमके दीपक, युवा कांग्रेस महासचिव अभिषेक तिवारी, एनएसयूआइ के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरनाथ तिवारी, एनएसयूआइ विश्वविद्यालय अध्यक्ष आशीष कुमार ठाकुर सहित कई लोग मौजूद थे.

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