नुक्कड़ सभा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल मजदूर
इप्टा ने बुधवार को मजदूर दिवस मनाया. इस अवसर पर शहर के सुभाष चौक के पास नुक्कड़ सभा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया. अखिल भारतीय किसान सभा के प्रांतीय अध्यक्ष केडी सिंह ने मजदूरों को उनके अधिकार के प्रति जागरूक किया.उन्होंने कहा कि देश का संचालन मजदूर और किसान करते हैं. कोविड के समय लॉकडाउन में मजदूरों ने पैदल चलकर यह साबित कर दिया कि दिल्ली दूर नहीं है.उस लॉकडाउन में किसान अपने खेत में काम करते रहे और लोगों तक दूध, सब्जी,अनाज पहुंचाते रहे.लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने श्रमिकों के हक में बने कानून को कमजोर कर उनके अधिकारों को कम कर दिया.श्रम कानून को खत्म करने वाली सरकार मजदूरों का हितैषी कभी भी नहीं हो सकती.उन्होंने कहा कि चुनाव में सोच समझकर कर मतदान करें.अपने हक अधिकार के लिए किसान मजदूरों को संगठित होने की जरूरत है.कार्यक्रम में इप्टा के कलाकारों ने कई जनवादी गीत प्रस्तुत किया और मतदान के लिए मजदूरों को प्रेरित किया.गीत के माध्यम से कलाकारों ने मजदूर और किसान की वर्तमान हालात को चित्रित किया.बताया कि किसान मजदूर खेत में अनाज पैदा कर लोगों का पेट भरते हैं, लेकिन किसान मजदूरों के बच्चों का पेट नहीं भरता.श्रमिकों की मेहनत के बदौलत सड़क,भवन निर्माण एवं विकास के अन्य कार्य होते हैं.कलाकारों ने गीत के माध्यम से हक की लड़ाई तेज करने का आह्वान किया. इप्टा के कार्यकारी जिलाध्यक्ष सुरेश सिंह ने मजदूर दिवस मनाने के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए उन्हें संगठित होने का आह्वान किया.कार्यक्रम का संचालन प्रेम प्रकाश ने किया.मौके पर रवि शंकर, राजीव रंजन, अजीत, गोविंद प्रसाद, समरेश सिंह, अनुभव मिश्रा, अभय मिश्रा, भोला, शशि पांडेय, संजीव कुमार संजू, मन्नु, संजीत दुबे सहित काफी संख्या में मजदूर मौजूद थे.
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