Palamu News: छत्तरपुर के अनुमंडलीय अस्पताल में काम कर रहे कर्मी खंडहरनुमा भवन में रहने को विवश
छत्तरपुर स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में काम कर रहे कर्मियों के लिए आवास निर्माण नहीं होने से उन्हें परेशानी हो रही है. विवश होकर कई कर्मी जान जोखिम में डाल खंडहर हो चुके आवास में रह रहें हैं
छत्तरपुर स्थित अनुमंडलीय अस्पताल में काम कर रहे कर्मियों के लिए आवास निर्माण नहीं होने से उन्हें परेशानी हो रही है. विवश होकर कई कर्मी जान जोखिम में डाल खंडहर हो चुके आवास में रह रहें हैं. इनमें अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ राजेश अग्रवाल भी शामिल हैं. जो डॉक्टर दूसरों की जान बचाने में खून- पसीना एक कर देंते हैं आज उनकी स्थिति यह है कि वे आसपास गंदगी भरे खंडहरनुमा आवास में रह रहे हैं.
ज्ञात हो कि वर्ष 2016-17 में ढाई करोड़ की लागत से स्वास्थ्य कर्मियों के रहने के लिए तीन मंजिले आवास की स्वीकृति मिली थी. जिसमें आधुनिक व्यवस्था के साथ-साथ सभी व्यवस्था होनी थी. इसमें चिकित्सक से लेकर स्वास्थ्य कर्मी को रहना था. पर सात वर्ष बीत जाने के बाद भी आवास का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका. यह अर्द्धनिर्मित आवास अब जुआड़ियों का अड्डा बन गया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गढ़वा के मेसर्स सोनी कंस्ट्रक्शन को आवास निर्माण का ठेका मिला था. उसने लगातार दो वर्ष काम भी किया और तीन मंजिला स्ट्रक्चर भी खड़ा कर दिया पर आगे का भुगतान नहीं होने से निर्माण अधर में चला गया. जानकारों ने बताया कि उक्त आवास का कार्य डेढ़ वर्ष में पूरा कर देना था पर समय पर काम पूरा नहीं होने और दुबारा रिअसाइन नहीं होने के कारण निर्माण रोक दी गयी.
वहीं समय पर कार्य पूरा नहीं करने पर प्राक्कलन राशि से डेढ़ प्रतिशत बिल कट जाने के कारण और सामग्री के दाम में बढ़ोत्तरी हो जाने के कारण संवेदक ने काम को अधूरा छोड़ दिया. पूछे जाने पर सहायक अभियंता मनोज कुमार झा ने कहा इस बाबत कुछ नहीं बता सकूंगा,एक दिन का समय देने पर ही कुछ जानकारी दी जा सकती है.
जानकारी नहीं है : सीएस
सीएस अनिल कुमार सिंह ने बताया कि चूंकि जब तक कोई भवन का पूरा निर्माण नहीं हो जाता और वह उन्हें हैंडओवर नहीं होता तब तक उन्हें इस बाबत कोई जानकारी नहीं होती.