मजदूरों के वजूद से जुड़ी है हड़ताल

भुरकुंडा : कोल इंडिया में 19-21 जून तक प्रस्तावित तीन दिवसीय हड़ताल की सफलता के लिए सीसीएल बरका-सयाल क्षेत्र में प्रचार-प्रसार चल रहा है. बुधवार को भुरकुंडा कोलियरी के एक्सकावेशन में संयुक्त ट्रेड यूनियन मोरचा द्वारा आयोजित सभा की अध्यक्षता अरुण सिन्हा ने की. संचालन अशोक गुप्ता ने किया. श्रमिक नेता उदय कुमार सिंह ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2017 8:27 AM
भुरकुंडा : कोल इंडिया में 19-21 जून तक प्रस्तावित तीन दिवसीय हड़ताल की सफलता के लिए सीसीएल बरका-सयाल क्षेत्र में प्रचार-प्रसार चल रहा है. बुधवार को भुरकुंडा कोलियरी के एक्सकावेशन में संयुक्त ट्रेड यूनियन मोरचा द्वारा आयोजित सभा की अध्यक्षता अरुण सिन्हा ने की.
संचालन अशोक गुप्ता ने किया. श्रमिक नेता उदय कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण कोयला उद्योग व कोयला श्रमिकों के ऊपर संकट छा गया है. मजदूरों की बात को सुनने में सरकार की कोई दिलचस्पी दिखाई नहीं पड़ रही. ऐसे में जरूरी हो गया है कि कोयला मजदूर अपनी शक्ति का एहसास सरकार को करायें. अन्य वक्ताओं ने कहा कि कि सरकार व कोयला प्रबंधन ने 10 वां वेतन समझौता लटका कर रखा है.
सीएमपीएफ का इपीएफ में विलय करने पर अमादा है. इस कदम से कोयला मजदूरों को आर्थिक नुकसान होगा. नेताओं ने कहा कि हड़ताल की सफलता के लिए सभी यूनियनें एकजुट हैं. हड़ताल मजदूरों के वजूद से जुड़ा है. हड़ताल को मजदूरों को अपार समर्थन मिल रहा है. सभा में लखेंद्र राय, संजय शर्मा, अर्जुन सिंह, बैद्यनाथ राय, रामाकांत दुबे, संतोष यादव, अखिल गुप्ता, लखन मुंडा, हरिशंकर पांडेय, उदय मालाकार, शिवशंकर पांडेय, संजय मिश्रा, शिवशंकर सिंह व अन्य मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version