विधि-व्यवस्था को मिली खुली चुनौती : आइजी

रामगढ़. रामगढ़ की घटना विधि-व्यवस्था के लिए खुली चुनौती है. प्रशासन ने इसे पूरी गंभीरता से लिया है. मामले को लेकर 12 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इनमें संतोष सिंह को पकड़ कर जेल भेजा गया है. उक्त बातें आइजी मुरारीलाल मीणा ने रामगढ़ थाना में शुक्रवार को पत्रकारों से कही. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 1, 2017 11:40 AM
रामगढ़. रामगढ़ की घटना विधि-व्यवस्था के लिए खुली चुनौती है. प्रशासन ने इसे पूरी गंभीरता से लिया है. मामले को लेकर 12 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इनमें संतोष सिंह को पकड़ कर जेल भेजा गया है. उक्त बातें आइजी मुरारीलाल मीणा ने रामगढ़ थाना में शुक्रवार को पत्रकारों से कही. उन्होंने कहा कि घटना को लेकर दो प्राथमिकी दर्ज की गयी है. एक प्राथमिकी मृतक की पत्नी ने दर्ज करायी है. इसमें 12 लोगों को नामजद किया गया है.
दूसरी प्राथमिकी पुलिस ने स्वयं संज्ञान लेते हुए दो लोगों के खिलाफ प्रतिबंधित मांस व गोवध के खिलाफ दर्ज की है. आइजी मुरारीलाल मीणा ने कहा कि गोरक्षा को आधार बना कर किसी की भी हत्या करना गैरकानूनी है. श्री मीणा ने कहा कि गिरिडीह में हुए मामले को भी प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. इसमें 13 नामजद लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि विधि-व्यवस्था को लेकर जिला में अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है. ये लोग रामगढ़ में तब तक रहेंगे, जब तक हालात सामान्य न हो जाये. मुरारी लाल मीणा ने बताया कि दंडाधिकारियों के नेतृत्व में विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है.
मृतक के परिवार को दो लाख रुपये दिये जायेंगे : आइजी के पत्रकार सम्मेलन में मौजूद उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि विधि -व्यवस्था को लेकर जिला भर में धारा 144 लगायी गयी है. पारिवारिक लाभ योजना के तहत अलीमुद्दीन के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए 20 हजार रुपये दिये गये हैं. दो लाख रुपये बतौर मुआवजा दिया जायेगा. इसकी प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है. मौके पर डीआइजी भीमसेन टुटी, एसपी किशोर कौशल, डीडीसी सुनील कुमार मौजूद थे.

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