रामगढ़ : अलीमुद्दीन अंसारी की पीट कर हत्या मामले में पुलिस की भूमिका भी संदेह की घेरे में है. बताया जा रहा है कि पिटाई के दौरान पुलिस की लाठी का प्रयोग किया गया था. हालांकि डीजीपी ने इस बात को गलत बताया और सबूत देने को कहा. हत्या के दूसरे दिन एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक युवक को पुलिस के डंडे का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है. कहा तो यह भी जा रहा है कि अलीमुद्दीन की पिटाई के वक्त कुछ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे. उन्होंने अलीमुद्दीन को नहीं बचाया और उनसे डंडा लेकर युवकों ने अलीमुद्दीन की पिटाई की. सवाल यह कि अगर पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थे तो पिटाई कर रहे लोगों के पास पुलिस का बेंत कैसे पहुंचा. घटना भी बेहद भीड़-भाड़ इलाके में हुई थी.
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गो रक्षकों को कौन मुहैया कराता है इतनी सटीक सूचना
गो रक्षकों को इतनी सटीक सूचना कौन मुहैया कराता है. जिस जगह मांस पकड़ा गया व एनएच 23 है. यहां हमेशा वाहनों का परिचालन होते रहता है. ऐसे में उस वाहन को कुछ लोगों द्वारा रोकना एक सवाल पैदा करता है. सूत्रों की माने, तो जिस क्षेत्र से प्रतिबंधित मांस आता है, उस क्षेत्र में कई स्थानों पर पशु वध होते हैं. यह गोपनीय तरीके से होता है.
यह आम लोगों को पता नहीं चलता है. यहां से रामगढ़ जिले के अन्य स्थानों पर प्रतिबंधित मांस गोपनीय तरीके से भेजा जाता है. बताया जाता है कि उक्त स्थान से बाहर मांस भेजने के लिए तीन- चार युवकों का एक गिरोह है. इनका संपर्क शहर के तथाकथित गो रक्षकों से भी है. अगर बाहर मांस ले जाने वाले लोग इन युवकों से प्रतिबंधित मांस का व्यापार नहीं करते हैं, तो ये युवक ही रामगढ़ में तथाकथित गो रक्षकों को सूचना देकर प्रतिबंधित मांस के वाहन को पकड़वा देते हैं.
भाजपा नेता नित्यानंद महतो गिरफ्तार
घटना के बाद गिरफ्तारियों का दौर जारी है. गिरफ्तार लोगों भाजपा के रामगढ़ जिला मीडिया प्रभारी नित्यानंद महतो भी शामिल है. अलीमुद्दीन अंसारी की पीट-पीट कर हत्या किये जाने के मामले में मृतक की पत्नी मरियम खातून ने 12 लोगों को नामजद बनाते हुए थाने में आवेदन दिया था. इसमें भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी नित्यानंद महतो का भी नाम है. शनिवार को रामगढ़ थाना पुलिस ने नित्यानंद महतो को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने नित्यानंद महतो को जिला भाजपा कार्यालय से गिरफ्तार किया.