गांवों में दिखती है झारखंड की संस्कृति : निशि
भुरकुंडा: पतरातू प्रखड के बीचा गांव में सोमवार की रात सोहराई डायर जतरा मेला व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन समाजसेवी निशि पांडेय, मुखिया महेश बेदिया व पूर्व पार्षद झरी मुंडा ने किया. मौके पर निशि पांडेय ने कहा कि झारखंड की असली संस्कृति गांवों में दिखती है. इस संस्कृति को बचाना […]
भुरकुंडा: पतरातू प्रखड के बीचा गांव में सोमवार की रात सोहराई डायर जतरा मेला व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन समाजसेवी निशि पांडेय, मुखिया महेश बेदिया व पूर्व पार्षद झरी मुंडा ने किया. मौके पर निशि पांडेय ने कहा कि झारखंड की असली संस्कृति गांवों में दिखती है. इस संस्कृति को बचाना और उसे आगे बढ़ाना सबों का दायित्व है. मेले जैसा आयोजन लोगों को आपस में जोड़ने का काम करता है.
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए सबों को राजनीति से ऊपर उठ कर सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है. मेला में रांची से पहुंचे नागपुरी कलाकारों ने गीत-नृत्य की प्रस्तुति कर लोगों का मनोरंजन किया. मेला में पतरातू प्रखंड के लबगा, किन्नी, जराद, बलकुदरा, गेगदा, हरिहरपुर, देवरिया, पाली, सुथरपुर, जयनगर, घघरा, आरासाह, नेतुआ गांव के हजारों ग्रामीण जुटे थे.
इस अवसर पर पंसस सीताराम मुंडा, धनेश्वर सिंह, सुशांति देवी, सत्येंद्र यादव, निशांत सिंह, छोटू सिंह, संजीव कुमार, राजू यादव आदि उपस्थित थे. आयोजन को सफल बनाने में रामकुमार उरांव, महावीर मुंडा, सुरेंद्र मुंडा, सुनील सिंह, लालू मुंडा, निकेश मुंडा, विजय मुंडा, विजय करमाली, शंकर मुंडा, बाबूलाल मुंडा, मदन महतो, किशोर महतो, जितेंद्र कुमार, राजेंद्र महतो, नरेंद्र महतो, ईश्वर महतो, रवि महतो, प्रकाश महतो का योगदान रहा.