चंद्रग्रहण छूटने के बाद मां छिन्नमस्तिके को कराया स्नान
रजरप्पा़ चंद्रग्रहण को लेकर रजरप्पा मंदिर स्थित मां छिन्नमस्तिके मंदिर के मुख्य कपाट को बंद कर दिया गया. शाम लगभग पांच बजे मंदिर के मुख्य कपाट को बंद करने के बाद यहां पूजा-अर्चना रोक दी गयी. रजरप्पा मंदिर पहुंचे श्रद्धालु पांच बजे से पहले ही पूजा-अर्चना कर पाये. इस संदर्भ में पुजारी शुभाशीष पंडा एवं लोकेश पंडा ने बताया कि सनातन धर्म के अनुसार ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ करना वर्जित है. इसे लेकर मां छिन्नमस्तिके देवी के मंदिर को पांच बजे से रात्रि नौ बजे तक बंद रखा जायेगा. चंद्रग्रहण की समाप्ति के बाद पंचाअमृत से मां छिन्नमस्तिके देवी को स्नान करा कर मंदिर को शुद्ध किया गया.
इसके बाद यहां आरती की गयी. तत्पश्चात मंदिर के पट को अन्य दिनों के तरह बंद कर दिया गया. पुन: अहले सुबह चार बजे मां छिन्नमस्तिके देवी की पूजा-अर्चना के साथ कपाट खोल दिया जायेगा. उधर चंद्रग्रहण का प्रभाव रजरप्पा कोयलांचल में भी दिखा. लोग अपने घरों में ही रहे और चंद्रग्रहण को निहारते रहे. ग्रहण के समाप्ति के बाद लोगों ने स्नान कर दान-पुण्य किया.