मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दिया अवार्ड

चितरपुर : चितरपुर के वैज्ञानिक साजिद हुसैन को तकनीकी क्षेत्र में कंपनी बनाये जाने पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उन्हें पुरस्कृत किया है. यह पुरस्कार उन्हें ओपेल एजुवेंचर कंपनी बनाये जाने पर 25 फरवरी को रांची में आयोजित कानक्लेव 2018 के उद्घाटन समारोह में दिया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 में स्टार्ट अप […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2018 2:19 AM

चितरपुर : चितरपुर के वैज्ञानिक साजिद हुसैन को तकनीकी क्षेत्र में कंपनी बनाये जाने पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उन्हें पुरस्कृत किया है. यह पुरस्कार उन्हें ओपेल एजुवेंचर कंपनी बनाये जाने पर 25 फरवरी को रांची में आयोजित कानक्लेव 2018 के उद्घाटन समारोह में दिया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2015 में स्टार्ट अप इंडिया अभियान की शुरुआत की है. जिसे बढ़ावा यहां की सरकार द्वारा दी जा रही है. इस कंपनी को टॉप 11 में सातवां स्थान मिला है. इस उपलब्धि पर साजिद को झारखंड सरकार यूनिवर्सिटी ऑफ टेकसास अमेरिका से तीन माह का ऑनलाइन कोर्स करवा रही है.

मुख्यमंत्री ने ऑफिसियल पेज में पोस्ट किया : साजिद व अमर को दिये गये प्रमाण पत्र के साथ मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपने फेसबुक के ऑफिसियल पेज में पोस्ट किया है. इस पोस्ट को बड़ी संख्या में लोगों ने देखा और सराहा.
कंपनी का मुख्य उद्देश्य : साजिद ने बताया कि आने वाले दिनों में पूरा वर्ल्ड डिजीटल होगा. जिसे देखते हुए भारतवर्ष के बच्चों को डिजीटल क्षेत्र के लिए तैयार करना है. इसके माध्यम से वे बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कंपनी की स्थापना मई 2017 में आइआइटी कानपुर के अमर कुमार के सहयोग से किया गया है. इस कंपनी की शाखा पटना, बंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई में चल रहा है. उन्होंने कहा कि इस तकनीक के माध्यम से बच्चों को खुद से सृजन करने की जानकारी दी जायेगी.
कौन है साजिद
चितरपुर जैसे छोटे से कस्बे में रहने वाले साजिद हुसैन ने कई डिग्री हासिल की है. प्रारंभिक शिक्षा दरशगाह एवं मैट्रिक की परीक्षा चितरपुर हाई स्कूल से दी. उन्होंने इंटरमीडिएट मारवाड़ी कॉलेज से करने के बाद बीआइटी सिंदरी से बीटेक किया. इसके बाद उन्हें इस्पात इंडस्ट्रीज लिमिटेड मुंबई में सीनियर इंजीनियर की नौकरी मिली. 2008 में उन्होंने गेट (ग्रेजुएट एप्यूच्युड टेस्ट फॉर इंजीनियर) की परीक्षा में पूरे भारत में 55 वां रैंक प्राप्त किया. जर्मनी के टेक्निकल यूनविर्सिटी ब्राउन स्वैग से एमटेक की. यहां पर भी वे कई वर्षों तक मेटेरियल रिसर्च वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत रहें. 2013-16 तक बंगलुरु में नेशनल एरोस्पेस लेबोट्रीज में वैज्ञानिक के रुप में कार्य किया. फिलहाल वे चितरपुर में माउंट एवरेस्ट पब्लिक स्कूल की स्थापना कर बच्चों को बेहतर शिक्षा दिला रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version