दामोदर नद से बालू का अवैध उठाव जारी

प्रशासन को नहीं दिखायी दे रहा है गांवों में जमा बालू का स्टॉक पतरातू़ : पतरातू के दामोदर नदी से बालू का अवैध उठाव जारी है और विभाग मूकदर्शक बना हुआ है. अवैध बालू के धंधे से बालू माफिया मालामाल हो रहे हैं और सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है. माफिया नदी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 6, 2018 2:21 AM

प्रशासन को नहीं दिखायी दे रहा है गांवों में जमा बालू का स्टॉक

पतरातू़ : पतरातू के दामोदर नदी से बालू का अवैध उठाव जारी है और विभाग मूकदर्शक बना हुआ है. अवैध बालू के धंधे से बालू माफिया मालामाल हो रहे हैं और सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है. माफिया नदी से लाखों रुपये के बालू का उठाव कर अपने-अपने एरिया में स्टॉक कर रहे हैं और ऊंचे दाम में बेच रहे हैं. गांवों में बालू का स्टॉक और सड़कों पर बालू लदे ट्रबो व ट्रैक्टरों का आवागन प्रशासन को नहीं दिख रहा है. सूत्र बताते हैं कि दामोदर नदी से बालू का उठाव कर सांकुल, किरीगढ़ा व टेरपा में स्टॉक किया जा रहा है. सांकुल पंचायत के उपरटोला, कब्रिस्तान टोला, मध्य विद्यालय के समीप बड़े पैमाने पर बालू का स्टॉक किया जा रहा है.
सात सौ रुपये में एक ट्रर्बो बालू : दामोदर नदी से बालू के खनन का खेल रात के साथ दिन में भी चल रहा है. बताया जाता है कि बालू स्टॉक स्थल पर आसपास के क्षेत्रों समेत रांची जिला से ट्रर्बो बालू लेने पहुंचता है. स्टॉकर सात सौ रुपये की दर से एक ट्रबो बालू बेचता है. प्रतिदिन 20-25 ट्रबो आठ-10 ट्रीप बालू सांकुल से ले जाता है.
स्कॉट भी करते हैं माफिया : प्रशासन के क्षेत्र में मूवमेंट की भनक माफिया को लगती है तो माफिया द्वारा स्टॉक करके बालू लदे ट्रबो व ट्रैक्टर को डेंजर जोन पार कर सेफ जोन तक पहुंचाया जाता है. इसके अलावे पतरातू ब्लॉक मोड़ व खैरा मांझी द्वार के पास बालू माफिया के लोग बैठे रहते हैं जो पुलिस प्रशासन के मूवमेंट की खबर माफियाओं को फौरन देते हैं. इसके बाद अवैध धंधा में शामिल लोग अलर्ट हो जाते हैं.

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