मशीन में लगायी आग, मजदूरों को पीटा

बरकाकाना : कोडरमा-रांची वाया बरकाकाना रेल परियोजना के हेहल स्थित टनल टू साइट पर रविवार देर रात हथियारबंद नक्सलियों ने धावा बोल कर उत्पात मचाया़ रात लगभग 11 बजे काले रंग की वर्दी में छह से सात की संख्या में हथियरबंद लोग सुरंग निर्माण कंपनी यूनिकार्न के बेस कैंप में पहुंचे. जहां काम कर रहे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2018 4:24 AM

बरकाकाना : कोडरमा-रांची वाया बरकाकाना रेल परियोजना के हेहल स्थित टनल टू साइट पर रविवार देर रात हथियारबंद नक्सलियों ने धावा बोल कर उत्पात मचाया़ रात लगभग 11 बजे काले रंग की वर्दी में छह से सात की संख्या में हथियरबंद लोग सुरंग निर्माण कंपनी यूनिकार्न के बेस कैंप में पहुंचे. जहां काम कर रहे लगभग 15 लोगों को कब्जे में ले लिया़ इसके बाद दहशत फैलाने के लिए मजदूरों से मारपीट कर उनका मोबाइल छीन लिया़ इस दौरान मजदूरों से डीजल की मांग नक्सलियों द्वारा की गयी.

डीजल मिलते ही साइट पर लगे डीजी सेट में डीजल छिड़क कर उसमें आग लगा दी. डीजी में आग लगाने के बाद अपराधकर्मी साइट पर रखें हाइवा संख्या एमएन 01-9331 का शीशा तोड़ दिया़ वहीं कंप्रेशर मशीन में भी आग लगा दिया़ जिससे मशीन में लगी बैट्री क्षतिग्रस्त हो गयी़ नक्सलियों ने प्रबंधन को पहले उन लोगों से बात करने के बाद ही काम करने की चेतावनी दी़ जाते-जाते मजदूरों के पास से पांच मोबाइल सेट भी ले गये़

घटना की सूचना मिलने के बाद बरकाकाना प्रभारी अशोक कुमार, भदानीनगर प्रभारी अर्जुन उरांव व पतरातू थाना प्रभारी लिलेश्वर महतो व पुलिस के जवान घटनास्थल पर पहुंचें. जहां कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेंद्र कुमार ने घटना की सारी जानकारी पुलिस को दी़ पुलिस टीम ने मजदूरों से घटना से संबंधित बयान लिया़ वहीं पतरातू एसडीपीओ श्रीकांत एस खोत्रे ने भी बरकारकाना ओपी पहुंच कर घटना की जानकारी ली. पुलिस टीम द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने व घटना में संलिप्त लोगों की धर-पकड़ करने की तैयारी की जा रही है़

केंद्र की है महत्वाकांक्षी योजना : कोडरमा-रांची वाया बरकाकाना रेल परियोजना केंद्र व राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है. जिसे मार्च 2019 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है. वर्तमान में कोडरमा से सिधवार स्टेशन तक दो चरणों में रेल का परिचालान शुरू कर दिया गया है. तीसरे चरण में बीआइटी मेसरा से सांकी स्टेशन तक ट्रेन चला कर सीआरएस की हरी झंडी मिल गयी है. रेल विभाग जल्द ही मेसरा से सांकी तक रेल परिचालान करने की योजना बना रही है. वहीं अंतिम चरण का काम सिधवार स्टेशन से सांकी स्टेशन तक तेजी से किया जा रहा है. जिसमें तीन सुरंगों का निर्माण करवाया जा रहा है. वहीं कंपनी विवाद, ब्लास्टिंग में मजदूरों की मौत, नक्सली धमक आदि कई कारणों से कई बार काम बंद हो चुका है. जिससे रेल परियोजना के निर्धारित समय पर काम पूरा होने की दिशा में प्रश्नचिह्न लगाता है.

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