विकास कार्यों से अभी तक वंचित हैं गांव के लोग

धनेश्वर प्रसाद, प्रदीप कुमार, कुजू : करमा उत्तरी पंचायत पोचरा डहर व बसुवा टूंगरी टोला में अभी भी ना तो पक्की सड़क बनी है और ना ही नदी पर पुल बना है. ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को आवागमन में भारी मशक्कत करनी पड़ रही है. यहां के ग्रामीण आजादी के समय से अब तक विकास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 22, 2018 12:21 AM
धनेश्वर प्रसाद, प्रदीप कुमार, कुजू : करमा उत्तरी पंचायत पोचरा डहर व बसुवा टूंगरी टोला में अभी भी ना तो पक्की सड़क बनी है और ना ही नदी पर पुल बना है. ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को आवागमन में भारी मशक्कत करनी पड़ रही है. यहां के ग्रामीण आजादी के समय से अब तक विकास के मामले में अछूते हैं.
पोचरा डहर बसुवा टूंगरी के लोगों के बीच सड़क व पुल शुरू से एक समस्या बन कर रह गयी है. पहले तो टोले में बिजली भी नहीं पहुंची थी, लेकिन फिलहाल इस समस्या से लोगों को निजात मिला है. गौरतलब है कि बरमसिया करमा मुख्य मार्ग से उक्त टोला सटा हुआ है. अधिकारियों का उक्त मार्ग पर आना -जाना लगे रहता है . इसके बावजूद पक्कीकरण कर टोले को मुख्य मार्ग से नहीं जोड़ा गया.
विधायक के समक्ष रखी गयी हैं समस्याएं : झामुमो ने पोचरा डहर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सह मांडू विधायक जय प्रकाश भाई पटेल शामिल हुए थे. उनके समक्ष ग्रामीणों ने सड़क पक्कीकरण तथा पहनादा नदी पर पुल बनाने की मांग रखी थी. श्री पटेल ने सड़क व पुल बनाने के प्रति आश्वस्त कराया था.
इस संबंध में टोले के वार्ड सदस्य मन्नू महतो, बिरसा महतो, कैशव महतो, बसंत महतो का कहना है कि गांव या टोलों को मुख्य मार्ग से जोड़ना सरकार की प्राथमिकता है. जिस गांव या टोले में सड़क नहीं हो, वहां की स्थिति काफी दयनीय रहती है. कच्ची सड़क पर ग्रामीण आवागमन तो किसी तरह कर लेते हैं, लेकिन रात में उक्त सड़क से गुजरना ग्रामीणों के लिए काफी कठिन कार्य होता है.
ग्रामीणों ने कहा कि उक्त गांव के लोग खेती के साथ मजदूरी कार्य से जुड़े हैं. लोग नदी से होकर गुजरते हैं. बरसात के दिनों में यह नदी पूरे उफान पर रहती है. ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को किसी अन्य रास्ते का सहारा लेना पड़ता है.

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