शीतलहरी ने बनायी गरीबों की रात कष्टदायी, तापमान में भारी गिरवाट. जम जा रही ओस की बूंदें

भुरकुंडा : बीते कई दिनों से कोयलांचल व ग्रामीण क्षेत्र शीतलहर की चपेट में है. तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. हर रोज का न्यूनतम तापमान दो-तीन डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है. हालत यह है कि रात में पड़ने वाली ओस की बूंदें जम जा रही हैं. ठंड का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2018 1:23 AM
भुरकुंडा : बीते कई दिनों से कोयलांचल व ग्रामीण क्षेत्र शीतलहर की चपेट में है. तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. हर रोज का न्यूनतम तापमान दो-तीन डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है. हालत यह है कि रात में पड़ने वाली ओस की बूंदें जम जा रही हैं. ठंड का असर बाजारों व कार्यालयों पर भी पड़ रहा है. सुबह में लोग देर से घरों से निकल रहे हैं.
वहीं, शाम को सूरज ढलते ही घरों का रुख कर लेते हैं. इस शीतलहर में सबसे ज्यादा परेशान संसाधनों के अभाव में जीने वाला गरीब वर्ग है. झोपड़ियों में जैसे-तैसे उनकी रातें कट रही है. इन गरीबों तक सरकारी स्तर पर कंबल उपलब्ध नहीं हो सका है. इससे इन्हें जैसे-तैसे ठंड से संघर्ष करते देखा जा सकता है.
चौक-चौराहों पर अलाव की भी सुविधा अब तक प्रशासन द्वारा उपलब्ध नहीं करायी गयी है. लोगों ने कहा कि ठंड का प्रकोप काफी बढ़ गया है. बावजूद प्रशासन व जनप्रतिनिधि उदासीन रवैया अपनाये हुए हैं. अब तक कंबल व अलाव की व्यवस्था नहीं हुई है. इससे गरीबों का जीवन कष्टदायी बन गया है.
लबगा पंचायत जराद की अखरा टोला की फूलमती व करमी देवी जरूरतमंद हैं, लेकिन उन्हें कंबल नहीं मिला है. इससे ठंड में भारी परेशानी हो रही है. इधर, विभिन्न पंचायतों के मुखिया ने कहा कि कंबल की मांग करते हुए प्रशासन को पत्र लिखा गया है. लेकिन प्रशासन की ओर से कंबल उपलब्ध नहीं हुआ है. इसके कारण गरीबों को कंबल नहीं मिल पा रहा है.

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