केदला 2सी खदान से निकली 25 किलो की मछली

घाटोटांड़ : सीसीएल की बंद खदानों में मछली पालन की बेहतर संभावना है. इसमें हमेशा पर्याप्त पानी रहता है. कुछ खदानों के जलाशय से सीसीएल की विभिन्न कॉलोनियों में पानी की सप्लाई भी की जाती है. स्थानीय लोग इन खदान के जलाशयों में कभी- कभी मछली का जीरा भी डालते हैं. बुधवार को केदला 2 […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2019 1:18 AM

घाटोटांड़ : सीसीएल की बंद खदानों में मछली पालन की बेहतर संभावना है. इसमें हमेशा पर्याप्त पानी रहता है. कुछ खदानों के जलाशय से सीसीएल की विभिन्न कॉलोनियों में पानी की सप्लाई भी की जाती है. स्थानीय लोग इन खदान के जलाशयों में कभी- कभी मछली का जीरा भी डालते हैं.

बुधवार को केदला 2 सी खदान के जलाशय से स्थानीय मछली व्यवसायियों द्वारा डाले गये जाल में 25 किलो की मछली पकड़ी गयी. इसे बेचने के लिए वेस्ट बोकारो शॉपिंग सेंटर लाया गया. इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गयी. मछली विक्रेता केदला चौक निवासी रामजी चौहान व अक्षय चौहान ने बताया कि उक्त खदान में केदला निवासी किशुन महतो ने मछली का जीरा डाला है.

इस जलाशय से 500 ग्राम से तीन किलो तक की मछलियां निकलती हैं. कभी- कभी जाल में बड़ी -बड़ी मछलियां भी फंस जाती हैं. उन्होंने कहा कि सीसीएल क्षेत्र की कई बंद खदानों में सालों भर पानी रहता है. अगर इन जलाशयों में वैज्ञानिक तरीके से मछली पालन किया जाये, तो कई लोगों को बेहतर रोजगार मिल सकता है.

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