हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करें

रामगढ़ : स्थानीय सुभाष चौक के समीप दुसाध मुहल्ला निवासी शोभा कुमारी के हत्यारे की गिरफ्तारी व सख्त सजा दिलाने की मांग को लेकर 13 जून से तीन दिवसीय धरना की शुरुआत की गयी. धरना की अध्यक्षता छावनी वार्ड तीन पार्षद राजेंद्र नायक ने की. संचालन छावनी परिषद के उपाध्यक्ष अनमोल सिंह, वार्ड पार्षद चार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 14, 2019 1:07 AM

रामगढ़ : स्थानीय सुभाष चौक के समीप दुसाध मुहल्ला निवासी शोभा कुमारी के हत्यारे की गिरफ्तारी व सख्त सजा दिलाने की मांग को लेकर 13 जून से तीन दिवसीय धरना की शुरुआत की गयी. धरना की अध्यक्षता छावनी वार्ड तीन पार्षद राजेंद्र नायक ने की. संचालन छावनी परिषद के उपाध्यक्ष अनमोल सिंह, वार्ड पार्षद चार चंदन मुंडा, अभाविप के राजेश ठाकुर, महिला समिति के विनोद जायसवाल, उत्तम पासवान, उमेश कुशवाहा, पंकज कुशवाहा ने किया.

वक्ताओं ने कहा कि रामगढ़ दुसाध मुहल्ला निवासी शोभा कुमारी की हत्या 22 मई को की गयी थी. अभी तक पुलिस हत्यारे की सुराग जुटाने में असफल रही है. शोभा कुमारी की हत्या के 22-23 दिन गुजरने के बाद भी अब तक हत्यारे तक नहीं पहुंचना काफी गंभीर मामला है. वक्ताओं ने कहा कि इस मामले के खुलासे के लिए एसपी एक एसआइटी का गठन करे. अगर मामले का उद्भेदन नहीं होता है, तो 18 जून को रामगढ़ बंद किया जायेगा.
माैके पर बलजीत सिंह बेदी, दुर्गा विश्वकर्मा, छोटू वर्मा, प्रभात कुमार अग्रवाल, जितेंद्र कुमार, विक्रांत गुप्ता, अमित ठाकुर, रवि वर्मा, रिंकू वर्मा, मुमताज मंसूरी, अनवर हुसैन, अनिल मुंडा, मुबारक, शंकर साहू, संदीप जायसवाल, शंभु प्रसाद, अनिल गुप्ता, जिलानी खान, अनवर हुसैन, जोगेंद्र सिंह जग्गी, नवल किशोर, मो हामिद, लक्ष्मण मुंडा, नंदकिशोर गुप्ता, विनोद गुप्ता, आशा देवी, मंजु देवी, रूबी देवी, सोनी देवी, रेखा देवी, चांदनी देवी, पिंकी देवी, सुनीता देवी, मुनिया देवी, सरस्वती देवी मौजूद थे.
मनोज गुप्ता ने दो अलग-अलग आवेदन दिया : दुसाध मुहल्ला निवासी शोभा कुमारी के पिता मनोज गुप्ता ने 22 जून को आवेदन दिया था. इसमें शोभा कुमारी की मौत का कारण गैस चूल्हा में खाना बनाने के क्रम में जल कर होने की कही थी. घटना के तीन दिन बाद 25 जून को मनोज कुमार ने आवेदन देकर शोभा की हत्या करने की प्राथमिकी दर्ज करायी.
आवेदन में मनोज ने कहा कि घटना वाले दिन में काफी हताश था. कानूनी प्रक्रिया को पूरा करने की आवश्यकता के तहत लोगों के कहने पर थाना को मौत का कारण लिख कर दिया. घटना के दूसरे दिन जब मैंने आस-पड़ोस में जानकारी ली. अगल-बगल में लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा. पुत्री के मोबाइल, वाट्सएप व कॉल डिटेल के बाद मुझे विश्वास हो गया कि मेरी बेटी की हत्या की गयी है.

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