रामगढ़ : झारखंड की राजधानी से सटे रामगढ़ जिला में ट्रिपल मर्डर केस से लोगों में आक्रोश है. गुस्साये लोगों ने रविवार को पतरातू-रामगढ़ मार्ग को जाम कर दिया. इस दौरान लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर अपने गुस्से का इजहार किया. लोगों की मांग है कि घर में घुसकर गोली चलाने वाले आरपीएफ के जवान पवन कुमार सिंह को शीघ्र गिरफ्तार किया जाये.
दरअसल, बरकाकाना के गांधीनगर रेलवे कॉलोनी में शनिवार की रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) के एक जवान ने एक ही परिवार के पांच लोगों को गोली मार दी. इसमें तीन लोगों की मौत हो गयी. इससे गुस्साये लोगों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग पर पतरातू-रामगढ़ मुख्य मार्ग को जाम कर दिया. इसकी वजह से बरकाकाना स्टेशन जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
ज्ञात हो कि बरकाकाना रेलवे कॉलोनी में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान पवन कुमार सिंह ने शनिवार की रात करीब सवा आठ बजे रेलवे पोर्टर अशोक राम के घर में घुसकर उसके परिवार के पांच लोगों को गोली मार दी थी.
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अशोक राम, उनकी पत्नी लीला देवी और गर्भवती बेटी मीना देवी की मौत हो गयी, जबकि एक और बेटी सुमन देवी और बेटा संजय राम गंभीर रूप से घायल अवस्था में रांची के अस्पताल में भर्ती हैं. अशोक राम की छोटी बेटी रजनी बाल-बाल बच गयी. घटना को अंजाम देने के बाद पवन सिंह पिस्टल लहराते हुए भाग गया.
घायल भाई-बहन को रांची रोड स्थित द होप अस्पताल ले जाया गया, वहां से रांची रेफर कर दिया गया. रांची ले जाने के क्रम में गर्भवती मीना देवी की भी माैत हो गयी. घायल बेटी सुमन देवी और बेटा संजय राम को मेदांता में भर्ती कराया गया है. पवन को दो दिन पहले ही विभाग ने पिस्टल दिया था.
हमले में बाल-बाल बची रजनी उर्फ प्रियंका ने पुलिस को बताया कि उसके घर के सामने ही पवन कुमार सिंह रहता है. उसी के यहां दूध लेने आता था. शनिवार रात में भी पवन दूध लेने आया. इसी दौरान पिता अशोक राम से किसी बात पर उसकी बकझक हो गयी. अशोक ने दूध देने से इन्कार कर दिया. इसके बाद पवन ने पिस्टल निकाली और परिवार के पांच लोगों को गोली मार दी. लीला देवी की घर में ही मौत हो गयी.