रामगढ़ : झारखंड की राजधानी से सटे रामगढ़ जिला में एक बार फिर मॉब लिंचिंग (भीड़ की पिटाई से मौत) का मामला सामने आया है. मंगलवार देर रात भीड़ ने एक व्यक्ति को बच्चा चोर समझकर पीट दिया. बुधवार को रांची में उसकी मृत्यु हो गयी. इसके बाद बुधवार को पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया जेल भेज दिया. गिरफ्तार किये गये लोगों के 5 परिजनों ने थाना पर गिरफ्तारी का विरोध किया. दूसरी तरफ, मारे गये व्यक्ति की पहचान नहीं हो पायी है.
दरअसल, बच्चा चोर की अफवाह पर रामगढ़ थाना क्षेत्र के गड़के में भीड़ ने एक व्यक्ति को बुरी तरीके से पीट दिया था. गंभीर हालत में उसे रांची के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) रेफर कर दिया गया. रिम्स में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी. इसके बाद पुलिस ने मॉब लिंचिंग का केस दर्ज करते हुए इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार किये गये लोगों में महादेव बेड़ा गांव के महेंद्र महतो तथा गंडके ग्राम निवासी गिरधारी भोक्ता, बसंत मुंडा, राजू करमाली तथा संतोष महतो को गिरफ्तार किया. रामगढ़ थाना में सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है. ग्रामीणों ने कहा कि उक्त व्यक्ति की गतिविधि संदेहास्पद थी. उसे पकड़ कर सड़क पर लाया गया था, जहां सड़क से गुजरने वाले लोगों ने उसे पीट दिया. लोगों की पिटाई में वह घायल हो गया.
ज्ञात हो कि मंगलवार की रात दोहाकातू पंचायत के बूढ़ा खोखरा और गड़के के बीच स्थित बिरसा चौक पर बच्चा चोर की अफवाह में एक युवक के साथ मारपीट की गयी. ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने उस युवक का प्राथमिक उपचार सदर अस्पताल में कराया. युवक की गंभीर हालात को देखते हुए रिम्स रेफर कर दिया गया, जहां बुधवार को उसकी मृत्यु हो गयी.
बताया जाता है कि रामगढ़ जिला के लोग बच्चा चोर की अफवाह से सहमे हुए हैं. 23 अगस्त, 2019 से अब तक नौ बार बच्चा चोर की अफवाह फैल चुकी है. इसकी वजह से बच्चे दिन में भी घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. उनका खेलना-कूदना और ट्यूशन जाना भी मुश्किल हो गया है. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि रामगढ़ में वर्ष 2017 में प्रतिबंधित मांस का कारोबार करने के शक में भीड़ ने अलीमुद्दीन नामक युवक को पीट-पीटकर मार डाला था.