दूरगामी था सरदार पटेल का निर्णय

रामगढ़ : कांकेबार स्थित पटेल छात्रावास के सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ सरदार पटेल की 144वीं जयंती मनायी गयी. अध्यक्षता छात्रावास के अध्यक्ष दामोदर महतो ने की. संचालन चिंतामणी पटेल ने किया. मुख्य अतिथि बंगाल के सांसद ज्योर्तिमय सिंह महतो, सांसद गिरिडीह चंद्रप्रकाश चौधरी, विशिष्ट अतिथि बगोदर विधायक नागेंद्र महतो, डॉ लंबोदर महतो मौजूद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 1, 2019 12:32 AM

रामगढ़ : कांकेबार स्थित पटेल छात्रावास के सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ सरदार पटेल की 144वीं जयंती मनायी गयी. अध्यक्षता छात्रावास के अध्यक्ष दामोदर महतो ने की. संचालन चिंतामणी पटेल ने किया. मुख्य अतिथि बंगाल के सांसद ज्योर्तिमय सिंह महतो, सांसद गिरिडीह चंद्रप्रकाश चौधरी, विशिष्ट अतिथि बगोदर विधायक नागेंद्र महतो, डॉ लंबोदर महतो मौजूद थे.

समारोह की शुरुआत अतिथियों ने की. मुख्य अतिथि ने कहा कि सरदार पटेल की अनुशासनात्मक क्षमता व मजबूत नेतृत्व के कारण देश के 565 प्रांतों को भारत के साथ जोड़ने में कामयाबी मिली थी. सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि सरदार पटेल देश के पहले गृह मंत्री बने. उनका निर्णय दूरगामी था. आज देश सरदार पटेल के नेतृत्व क्षमता का लोहा मान रहा है.

सभा को विधायक नागेंद्र महतो, डॉ लंबोदर महतो, जिप अध्यक्ष ब्रह्मदेव महतो, नप उपाध्यक्ष मनोज कुमार महतो, 20 सूत्री उपाध्यक्ष तिवारी महतो, जिप सदस्य गोपाल चौधरी, नरेश महतो, सरिता देवी, शोभा देवी, गोला प्रमुख जलेश्वर महतो, डॉ बीएन ओहदार ने भी संबोधित किया.

अतिथियों को किया गया सम्मानित : समारोह में अतिथियों को शॉल देकर सम्मानित किया गया. इस दौरान सांस्कृतिक टीम ने कार्यक्रम का आयोजन किया. मौके पर नप अध्यक्ष युगेश बेदिया, छात्रावास के सचिव झलकदेव महतो, चंदर महतो, अरविंद कुमार महतो, डॉ सुनील कश्यप, बासुदेव महतो, घनश्याम महतो, राजेंद्र महतो, नरेश महतो, अर्चना महतो, लाजवंती देवी मौजूद थे.

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