विस्थापितों ने रोकी कोयला ट्रांसपोर्टिंग
रोड सेल में कोयला मिलने के बाद आंदोलन वापस उरीमारी : बरका-सयाल क्षेत्र की न्यू बिरसा परियोजना स्थित रोड सेल में प्रबंधन द्वारा पर्याप्त कोयला उपलब्ध नहीं कराने के विरोध में विस्थापित ग्रामीणों ने शनिवार को परियोजना से होने वाले कोयले की ट्रांसपोर्टिंग को रोक दिया. इससे सौंदा बी साइडिंग तक कोयले की ढुलाई ठप […]
रोड सेल में कोयला मिलने के बाद आंदोलन वापस
उरीमारी : बरका-सयाल क्षेत्र की न्यू बिरसा परियोजना स्थित रोड सेल में प्रबंधन द्वारा पर्याप्त कोयला उपलब्ध नहीं कराने के विरोध में विस्थापित ग्रामीणों ने शनिवार को परियोजना से होने वाले कोयले की ट्रांसपोर्टिंग को रोक दिया. इससे सौंदा बी साइडिंग तक कोयले की ढुलाई ठप हो गयी. विस्थापित ग्रामीणों का कहना था कि ग्रामीणों के लिए यहां का रोड सेल ही रोजगार का एकमात्र जरिया है.
इससे हजारों लोग जुड़े हैं, लेकिन प्रबंधन द्वारा रोड सेल को कोयला नहीं देकर सारा कोयला रेलवे साइडिंग को भेज दिया जाता है. रोड सेल में कोयला नहीं मिलने से ग्रामीणों को रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल हो गया है. ग्रामीणों ने कहा कि हमारी सारी जमीन सीसीएल को चली गयी है.
बावजूद प्रबंधन हमारे मुद्दों पर गंभीर नहीं है. करीब दो घंटे बाद प्रबंधन के प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों से वार्ता की. वार्ता में रोड सेल को तत्काल कोयला उपलब्ध कराने की बात कही गयी. रोड सेल में कोयला उपलब्ध होने के बाद आंदोलन वापस ले लिया गया. ग्रामीणों ने कहा कि यदि रोड सेल का कोयला रोका गया, तो अनिश्चितकाल के लिए ट्रांसपोर्टिंग कार्य को ठप कर दिया जायेगा.
आंदोलन में संजय करमाली, सूरज बेसरा, गणेश गंझू, विनोद हेंब्रम, अजय करमाली, मन्नुलाल सोरेन, महावीर मुर्मू, सुखराम बेसरा, अजय मरांडी, प्रेम सोरेन, सुखदेव मुंडा, महेश बेसरा, राजू करमाली, दिनेश मुंडा, वंशीलाल मुर्मू शामिल थे.