किसानों का फसल बीमा का भुगतान शीघ्र : मंत्री

गोला/मगनपुर : झारखंड सरकार के वित्त मंत्री रामेश्वर एवं कृषि एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख का स्वागत डीवीसी चौक गोला में शनिवार को किया गया. दोनों मंत्री रांची से दुमका जा रहे थे. कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र की समस्याओं से मंत्री को अवगत कराया गया. इस दौरान कृषि मंत्री श्री पत्रलेख ने कहा कि किसानों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 8, 2020 11:31 PM

गोला/मगनपुर : झारखंड सरकार के वित्त मंत्री रामेश्वर एवं कृषि एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख का स्वागत डीवीसी चौक गोला में शनिवार को किया गया. दोनों मंत्री रांची से दुमका जा रहे थे. कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र की समस्याओं से मंत्री को अवगत कराया गया.

इस दौरान कृषि मंत्री श्री पत्रलेख ने कहा कि किसानों को इस वर्ष फसल बीमा की राशि का भुगतान शीघ्र किया जायेगा. इसके लिए विभागीय अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी जा रही है. उन्होंने कहा कि काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की छुट्टी कर दी जायेगी.

मंत्री ने कहा कि जिला के महत्वाकांक्षी योजना भैरवा जलाशय से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए जल्द ही नहर का निर्माण किया जायेगा. इससे किसान कृषि कार्य कर पायेंगे. खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि धान खरीद मामले में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में जन वितरण प्रणाली को दुरुस्त किया जायेगा. उन्होंने रामगढ़ जिला आपूर्ति पदाधिकारी शैल प्रभा कुजूर को धान की खरीदारी में वृद्धि करने का निर्देश दिया.

स्वागत करने वालों में कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शहजादा अनवर, रामविनय महतो, कमाल शहजादा, जनार्दन पाठक, जाकिर अख्तर, बजरंग महतो, मनीष चिंगारी, निर्मल करमाली, संतोष सोनी, एहतासामुद्दीन अंसारी, प्रदीप महतो, मनोज कुमार कोटवार, अफरोज अंसारी, मनोज पुजहर, शकील अहमद, झरी बेदिया, ज्ञानी मुंडा, दीपक शर्मा, इम्तियाज अंसारी, एतवा मरांडी, अकबर अंसारी शामिल थे.

हाई स्कूल अभ्यर्थियों ने दिया मांग पत्र : झारखंड हाई स्कूल शिक्षक नियुक्ति के अभ्यर्थियों ने दोनों मंत्रियों को मांग पत्र सौंपा. इसमें कहा गया है कि झारखंड विधानसभा ध्यान आकर्षक समिति द्वारा विषयवार एवं कैटेगरी वार नियुक्ति करने की अनुशंसा की गयी थी. लेकिन मात्र छह विषयों की ही अनुशंसा हुई. बाकी बचे शारीरिक शिक्षा, अर्थशास्त्र, उर्दू, जनजाति भाषा, वाणिज्य की अनुशंसा नहीं की गयी. इस पर मंत्रियों द्वारा उचित आश्वासन दिया गया. मौके पर मिथलेश कुमार, तुलसी महतो, औैरंगजेब शेख, कैफी अहमद, डब्लू कुमार, सुनील महतो, राम कुमार शामिल थे.

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