आंदोलन सफल बनाने का फैसला निर्णय

फोटो – 11 घाटो-2 संयुक्त श्रमिक संगठन की बैठक में शामिल श्रमिक नेता व कार्यकर्ता घाटोटांड़. झारखंड 15 नंबर में केंद्रीय श्रमिक संगठनों की संयुक्त बैठक हुई. जिसमें मुख्य रूप से 63 सूत्री मांग को लेकर घोषित वर्क टू रूल आंदोलन को सफल बनाने पर गहन विचार-विमर्श किया गया. बैठक में शामिल वक्ताओं ने कहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2014 9:57 AM

फोटो – 11 घाटो-2 संयुक्त श्रमिक संगठन की बैठक में शामिल श्रमिक नेता व कार्यकर्ता घाटोटांड़. झारखंड 15 नंबर में केंद्रीय श्रमिक संगठनों की संयुक्त बैठक हुई. जिसमें मुख्य रूप से 63 सूत्री मांग को लेकर घोषित वर्क टू रूल आंदोलन को सफल बनाने पर गहन विचार-विमर्श किया गया. बैठक में शामिल वक्ताओं ने कहा कि गत 31 अगस्त को नागपुर में हुए पांचों केंद्रीय श्रमिक संगठन के सम्मेलन में केंद्र सरकार व कोल इंडिया प्रबंधन के मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ तीन दिन 18, 19 व 20 सितंबर को वर्क टू रूल आंदोलन करने का फैसला लिया गया. जिसको वे हर हाल में सुलभ बनायेंगे. वक्ताओं ने मुख्य मांगों में एक्सग्रसिया बोनस 50 हजार रुपये देने, सीसीएल कर्मियों को 9:4:0 व 9:5:0 के तहत नौकरी देने , स्पेशल फिमेल वीआरएस के तहत उनके आश्रितों को नौकरी देने, सेवा निवृत्त कर्मचारियों को चिकित्सा सुविधा, पेंशन योजना का प्रति तीन वर्ष में पुर्नरिक्षण करने, क्वार्टर मरम्मत के लिए फंड का व्यवस्था कराने, विस्थापितों को उनके जमीन के बदले मुआवजा बाजार दर से भुगतान करने की मांग उठायी गयी. साथ ही साथ वक्ताओं ने कोल इंडिया में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचने के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि वर्ष 2013-14 में कोल इंडिया 462 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य तय की थी. इसमें से 452 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कोल इंडिया की कंपनियों ने किया. उन्होंने कहा कि जिन कोल ब्लॉक का आवंटन अवैध करार दिया है, उन कोल ब्लॉक को कोल इंडिया की विभिन्न कंपनियों को सौंप दे. बैठक में मुख्य रूप से यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन के बालेश्वर महतो, अशोक सिंह, राजेंद्र प्रसाद, सकलदेव कुमार, बद्री सिंह, होरियल नोनिया, राजू मुंडा, पप्पू, सुका उरांव, राकोमसं से शंकर पार, राम बली चौहान, रंजीत कुमार, परमानंद प्रसाद आदि शामिल थे .

Next Article

Exit mobile version