लीड के साथ) गिद्दी परियोजना में कई बार हाईवाल गिरा है
गिद्दी(हजारीबाग). गिद्दी परियोजना की तीन नंबर खदान में कोयला उत्पादन का कार्य तीन वर्षों से चल रहा है. इस अवधि में स्लरीयुक्त हाइवाल गिरने की यह पहली घटना नहीं है. मजदूर बताते है कि स्लरीयुक्त हाइवाल अब तक कई बार गिर चुका है. इस दौरान शॉवेल मशीन भी क्षतिग्रस्त हुई है और मजदूर बाल-बाल बचे […]
गिद्दी(हजारीबाग). गिद्दी परियोजना की तीन नंबर खदान में कोयला उत्पादन का कार्य तीन वर्षों से चल रहा है. इस अवधि में स्लरीयुक्त हाइवाल गिरने की यह पहली घटना नहीं है. मजदूर बताते है कि स्लरीयुक्त हाइवाल अब तक कई बार गिर चुका है. इस दौरान शॉवेल मशीन भी क्षतिग्रस्त हुई है और मजदूर बाल-बाल बचे हैं. मजदूरों से जानकारी मिली है कि स्लरीयुक्त हाइवाल पहली बार गिरने से ऑपरेटर भगवान यादव बाल-बाल बचे थे. दूसरी घटना में शॉवेल ऑपरेटर अफताब अली व मो जलील बचे थे. मजदूरों ने बताया कि इसके अलावा स्लरीयुक्त हाइवाल कई बार गिर चुका है. सौभाग्य यही रहा है कि मजदूर हमेशा बाल-बाल बचे हंै. राष्ट्रीय खनन ऑपरेटर संघ के महासचिव रामरतन यादव ने कहा कि दो-तीन वर्षों के अंदर परियोजना में हाइवाल गिरने की कई घटनाएं घट चुकी हैं. इस पर न तो प्रबंधन गंभीर है और न ही डीजीएमएस.