सरकार कोयला उद्योग में दासप्रथा लाना चाह रही है : अरुण
फोटो 17गिद्दी4-बैठक में उपस्थित मजदूर नेता व अन्य कोयला उद्योग की हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान गिद्दी(हजारीबाग). एनसीओइए की क्षेत्रीय कमेटी की बैठक सोमवार को गिद्दी स्थित यूनियन कार्यालय में हुई. इसकी अध्यक्षता बिंदेश्वरी सिंह ने की. बैठक में यूनियन के क्षेत्रीय सचिव अरुण कुमार सिंह ने केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की […]
फोटो 17गिद्दी4-बैठक में उपस्थित मजदूर नेता व अन्य कोयला उद्योग की हड़ताल को सफल बनाने का आह्वान गिद्दी(हजारीबाग). एनसीओइए की क्षेत्रीय कमेटी की बैठक सोमवार को गिद्दी स्थित यूनियन कार्यालय में हुई. इसकी अध्यक्षता बिंदेश्वरी सिंह ने की. बैठक में यूनियन के क्षेत्रीय सचिव अरुण कुमार सिंह ने केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की आलोचना की. कहा कि सरकार कोयला उद्योग को निजीकरण करना चाह रही है. कोयला खान अध्यादेश को संसद के शीतकालीन सत्र में ही लाने की योजना सरकार ने बना ली है. इस अध्यादेश के माध्यम से निजी व विदेशी मालिकों को कोयला निकालने व बेचने का अधिकार दिया जायेगा. इतना ही नहीं, इस अध्यादेश से सरकार कोयला उद्योग में दास प्रथा वापस लाने की योजना बना रही है. उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम मजदूर विरोधी है. मजदूरों से इसके लिए आगे आने और अध्यादेश को वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार श्रम कानून में भी संशोधन करने की योजना बना रही है. आने वाला दिन मजदूरों के लिए चुनौती भरा है. इसके लिए मजदूरों से एकजुट होने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि कई केंद्रीय टे्रड यूनियन के आह्वान पर 24 नवंबर को कोल इंडिया में हड़ताल का आह्वान किया गया है. इसे सफल बनाने की अपील की. बैठक में सदस्यता अभियान चलाने पर चर्चा की गयी. बैठक में सीताराम विश्वकर्मा, घनश्याम पांडेय, देवनाथ महली, चंद्रशेखर सिंह, नागेश्वर महतो, अशोक करमाली, किशोरी राम, वृजमोहन महतो, लछी राम, तालेश्वर बेदिया, साबिर अंसारी, योगेंद्र मुंडा, रोहन महतो, साफिला अंसारी आदि उपस्थित थे.