भविष्य के लिए जरूरी हड़ताल

संयोजक मंडली व कोर कमेटी बनायी गयी भुरकुंडा : 6-10 जनवरी तक कोयला उद्योग में प्रस्तावित हड़ताल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जरूरी है. यदि हड़ताल से चूके, तो भविष्य से भी चूक जायेंगे. उक्त बातें एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने मंगलवार को सौंदा में आयोजित संयुक्त मोरचा के कन्वेंशन में कही. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2014 8:44 AM
संयोजक मंडली व कोर कमेटी बनायी गयी
भुरकुंडा : 6-10 जनवरी तक कोयला उद्योग में प्रस्तावित हड़ताल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए जरूरी है. यदि हड़ताल से चूके, तो भविष्य से भी चूक जायेंगे. उक्त बातें एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने मंगलवार को सौंदा में आयोजित संयुक्त मोरचा के कन्वेंशन में कही. उन्होंने कहा कि यह लड़ाई केवल कोयला मजदूरों के लिए नहीं है, बल्कि कोयला उद्योग के अस्तित्व के लिए भी है.
विस्थापितों, ठेका मजदूरों व कोयला उद्योग से जुड़े तमाम लोगों के लिए इस हड़ताल की सफलता जरूरी है. हड़ताल की सफलता के लिए बरका-सयाल क्षेत्र की विभिन्न परियोजनाओं में संयोजक मंडल का गठन किया गया. हड़ताल की सफलता के लिए बरका-सयाल क्षेत्र की सभी यूनियनों के सचिवों की कोर कमेटी भी बनायी गयी.
कन्वेंशन में क्षेत्रीय संचालन समिति के संयोजक उदय कुमार सिंह, विंध्याचल बेदिया, दिलीप यादव, प्रभुदयाल सिंह, देवेंद्र सिंह, बासुदेव साव, संजय शर्मा, सीताराम पासवान, सुभाष यादव, डॉ आशीष कुमार, बलराम सिंह, रंजीत सिंह, भवानी शंकर प्रसाद, शशिभूषण, राजेंद्र प्रसाद सिंह, अशोक कुमार वशिष्ट, लखेंद्र राय, रामाकांत दुबे, महादेव मांझी, संजय यादव, अशोक गुप्ता, डीके गुप्ता, मो नइम खान, सुरेंद्र ठाकुर समेत आरसीएमएस, यूसीडब्ल्यूयू, सीसीएल सीकेएस, एनसीओइए, बीसीकेयू, राष्ट्रीय कोयला मजदूर यूनियन, जनता मजदूर संघ, कोफिमयू, इनमोसा, एक्टू से जुड़े लोग उपस्थित थे.

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