रजरप्पा में हड़ताल का असर नहीं
रजरप्पा. राष्ट्रव्यापी हड़ताल रजरप्पा में बेअसर साबित हो रहा है. दूसरे दिन भी कोयला उत्पादन सामान्य रूप से जारी रहा. साथ ही कोयला का डिस्पैच भी हुआ. संयुक्त मोरचा के आह्वान के बावजूद भी मजदूर कार्य पर गये. जबकि पहले दिन कुछ मजदूर कार्य पर नहीं गये थे. हालांकि संयुक्त मोरचा के नेताओं ने दूसरे […]
रजरप्पा. राष्ट्रव्यापी हड़ताल रजरप्पा में बेअसर साबित हो रहा है. दूसरे दिन भी कोयला उत्पादन सामान्य रूप से जारी रहा. साथ ही कोयला का डिस्पैच भी हुआ. संयुक्त मोरचा के आह्वान के बावजूद भी मजदूर कार्य पर गये. जबकि पहले दिन कुछ मजदूर कार्य पर नहीं गये थे. हालांकि संयुक्त मोरचा के नेताओं ने दूसरे दिन भी खदान क्षेत्र, वाशरी, वेश वर्क शॉप आदि कार्य स्थल में पहुंच कर मजदूरों को हड़ताल में शामिल होने की अपील की. इनका कहना था कि मजदूर अगर हड़ताल में नहीं जायेंगे, तो सबसे बड़ा नुकसान मजदूरों को ही होने वाला है. आने वाला दिन में खदान का निजीकरण होने पर नौकरी के लाले पड़ जायेंगे. मौके पर मोरचा के किशोरी प्रसाद, के नायक, जगन रविदास, अरुण चौधरी, करमा मांझी, रमेश विश्वकर्मा, रंजीत रब्बानी, चंदेश्वर सिंह, जाकिर हुसैन, जगरनाथ भगत, एन एल दास,प्रदीप पटवा, बी एल गोसाई, आर के राय, सुखसागर सिंह, विनोद कुमार, शेखर कुमार, अमरनाथ वर्मा, आर के उपाध्याय, चंदेश्वर सिंह, सुरेश तुरी सहित कई शामिल थ्२ो.