… प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया
रैयत विस्थापित मोरचा ने किया भूमि अधिग्रहण अध्यादेश का विरोध फोटो -7 घाटो-4 परेज परियोजना में पुतला दहन करते रैयत विस्थापित मोरचा व श्रमिक संगठनोंके प्रतिनिधि घाटोटंाड़. पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत रैयत विस्थापित मोरचा ने परेज पूर्वी उत्खनन परियोजना कार्यालय के समक्ष सात जनवरी के शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया . […]
रैयत विस्थापित मोरचा ने किया भूमि अधिग्रहण अध्यादेश का विरोध फोटो -7 घाटो-4 परेज परियोजना में पुतला दहन करते रैयत विस्थापित मोरचा व श्रमिक संगठनोंके प्रतिनिधि घाटोटंाड़. पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत रैयत विस्थापित मोरचा ने परेज पूर्वी उत्खनन परियोजना कार्यालय के समक्ष सात जनवरी के शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया . इसमें संयुक्त श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया . रैयत विस्थापित मोरचा भूमि अधिग्रहण अध्यादेश का विरोध कर रही है. तो वहीं हड़ताल में शामिल संयुक्त श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों ने भी पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल होकर रैयतों के मांगों का समर्थन किया . पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल लोगों ने पहले प्रधानमंत्री के पुतले का शव यात्रा निकाला इसके उपरांत परेज पूर्वी उत्खनन परियोजना कार्यालय के समक्ष नुक्कड़ सभा कर पुतला दहन किया . इसमें मुख्य रूप से श्रमिक नेता शंकर सिंह , बालेश्वर महतो , रामलखन सिंह , पप्पू दुबे , बलभद्र दास , रैयत विस्थापित मोरचा के नेता योधेश्वर सिंह भोगता , अशोक गंझू , तालो मांझी, परमेश्वर भोगता , रामचंद्र भोगता , गणेश किस्कू , कमलेश गंझू , रमेश सोरेन , महेश गंझू , विजय सोरेन , जाकीर हुसैन, विश्वनाथ तुरी, साहेब राम टुडू , वासुदेव तुरी , लालजी मांझी , शिव नारायण मांझी, मो . मुमताज , दशई मांझी ,देव कुमार भोगता , सुरेंद्र गंझु , बाढ़ो किस्कू आदि शामिल थे .