लीड) एनटीपीसी को स्वामित्व देने के प्रस्ताव का विरोध

11बीएचयू-9-धरना में जुटे लोग.कर्मियों ने पीटीपीएस मुख्य गेट के समक्ष दिया धरना आंदोलन में अनुपस्थित रहने वाले कामगारों के विरुद्ध कार्रवाई होगी पतरातू. पतरातू थर्मल पावर स्टेशन के वर्तमान स्वामित्व व प्रबंधन बरकरार रखने के लिए प्रतिष्ठान के कर्मचारियों, अनुबंध कर्मियों, ठेका श्रमिकों व पेंशनधारियों ने पीटीपीएस मुख्य गेट के समक्ष धरना दिया. मौके पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2015 9:03 PM

11बीएचयू-9-धरना में जुटे लोग.कर्मियों ने पीटीपीएस मुख्य गेट के समक्ष दिया धरना आंदोलन में अनुपस्थित रहने वाले कामगारों के विरुद्ध कार्रवाई होगी पतरातू. पतरातू थर्मल पावर स्टेशन के वर्तमान स्वामित्व व प्रबंधन बरकरार रखने के लिए प्रतिष्ठान के कर्मचारियों, अनुबंध कर्मियों, ठेका श्रमिकों व पेंशनधारियों ने पीटीपीएस मुख्य गेट के समक्ष धरना दिया. मौके पर लोगों ने आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लिया. वक्ताओं ने कहा कि आंदोलन में अनुपस्थित रहने वाले कामगारों के विरुद्ध अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जायेगी. पीटीपीएस का स्वामित्व बचाने के लिए श्रमिक कुरबानी देने को तैयार हैं. मंच के संयोजक निरंजन लाल ने कहा कि पीटीपीएस का स्वामित्व झारखंड ऊर्जा विकास निगम के पास है. यह निगम कंपनी एक्ट के तहत निबंधित है. झारखंड सरकार इस कंपनी का शत प्रतिशत अंशधारी है. निगम के प्रबंध व संचालन का दायित्व बोर्ड ऑफ डायरेक्टर पर है. बगैर निदेशक मंडल के सहमति के संपत्तियों का परिवर्तन या अन्य निष्पादन नहीं किया जा सकता है. इसके बावजूद झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री पीटीपीएस को एनटीपीसी को सौंपने की घोषणा कर कंपनी नियमावली के प्रावधानों की अवमानना कर रहे हैं. इस अवसर पर छेदामी प्रसाद, वीरेंद्र कुमार सिंह, विनोद कुमार सिंह, सुजीत पटेल, रामचरित्र शर्मा, गुरुनारायण पांडेय, राम प्रसाद ठाकुर, मुंद्रिका पंडित, राजनाथ सिंह, मनोरंजन प्रसाद सिंह, पोचाइ प्रसाद, अरुण कुमार, दिलीप सिंह, वकील महतो आदि उपस्थित थे.

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