उरीमारी: हजारीबाग व रामगढ़ जिले के बीच में बहने वाले दामोदर नद से बालू का अवैध उठाव किया जा रहा है. हजारीबाग व रामगढ़ जिले के लिए इन घाटों की नीलामी प्रशासन द्वारा की जा चुकी है. बरका-सयाल कोयलांचल क्षेत्र के सयाल, उरीमारी, गरसुल्ला, पोटंगा, रिवर साइड, लपंगा व बरकाकाना घाटों से बालू का उठाव किया जा रहा है.
जिस एजेंसी को बालू घाटों की बंदोबस्ती की गयी है, उन्हें अभी तक पर्यावरण क्लीयरेंस, माइनिंग नक्शा, माइनिंग चालान इश्यू नहीं किया गया है. बताया गया कि रांची से पर्यावरण क्लीयरेंस होने के बाद डीएमओ के यहां माइनिंग नक्शा जमा किये जाने के बाद वहां से माइनिंग चालान निर्गत किया जायेगा. उसके बाद ही एजेंसी द्वारा बालू का उठाव किया जा सकता है.
फिलहाल स्थानीय स्तर पर इन घाटों से बालू का उठाव किया जा रहा है. बालू उठाव रोका गया : बताया गया कि मंगलवार की रात सयाल उरीमारी के बीच स्थित घाट पर आवंटित एजेंसी के लोगों द्वारा अवैध रूप से बालू उठाव कर रहे लोगों को रोका गया. आशंका व्यक्त की जा रही है कि इन घाटों पर हिंसक झड़प हो सकती है. कोयलांचल की भुरकुंडा, उरीमारी, बरकाकाना पुलिस इस बात से बेपरवाह नजर आ रही है. इधर, बड़कागांव के सीओ प्यारेलाल ने बताया कि जब तक एजेंसी द्वारा सभी प्रक्रिया का पालन नहीं कर लिया जाता है, तब तक किसी के द्वारा भी बालू का उठाव किया जाना अवैध है. ऐसे लोगों पर पुलिस कार्रवाई करेगी.