विद्युत उत्पादन, संचरण व वितरण में अव्यवस्था : निरंजन
पतरातू. झारखंड ऊर्जा कर्मचारी, पदाधिकारी व पेंशनधारी मंच के संयोजक निरंजन विज्ञप्ति जारी कर विद्युत उत्पादन, संचरण व वितरण की अव्यवस्था व विफलता पर चिंता जतायी गयी है. उन्होंने कहा कि झारखंड के बिजली वितरण, उत्पादन व संचरण के कार्य दायित्वों पर प्रदेश का नौकरशाह हावी है. जिससे चारों विद्युत कंपनियों ऊर्जा विकास निगम, ऊर्जा […]
पतरातू. झारखंड ऊर्जा कर्मचारी, पदाधिकारी व पेंशनधारी मंच के संयोजक निरंजन विज्ञप्ति जारी कर विद्युत उत्पादन, संचरण व वितरण की अव्यवस्था व विफलता पर चिंता जतायी गयी है. उन्होंने कहा कि झारखंड के बिजली वितरण, उत्पादन व संचरण के कार्य दायित्वों पर प्रदेश का नौकरशाह हावी है. जिससे चारों विद्युत कंपनियों ऊर्जा विकास निगम, ऊर्जा उत्पादन निगम, ऊर्जा संचरण निगम, बिजली वितरण निगम का सरकारी करण हो गया है. इनमें सभी कार्य दायित्वों का निष्पादन व संपादन सरकारी नियमों, परंपराओं व कार्य संस्कृतियों के तहत किये जा रहे हैं. प्रदेश विद्युत व्यवस्था के औद्योगिकीकरण के उद्देश्य से झारखंड विद्युत बोर्ड को चार विद्युत कंपनियों में व्यवस्थित की गयी है. परंतु इनमें प्रबंध निदेशकों के पद पर नौकरशाहों को पदस्थापित कर औद्योगिक कार्य संस्कृति समाप्त कर दी गयी है. सभी निर्णय प्रदेश सरकार स्तर से किये जा रहे हैं. पीटीपीएस झारखंड उर्जा विकास निगम लिमिटेड की संपत्ति है. जिसे एनटीपीसी को सौंपने का निर्णय भी मंत्रिमंडल से लिया गया है. संपत्ति का कानूनी उत्तराधिकारी झारखंड ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मंडल का निर्णय इस संबंध में अभी भी अज्ञात है. उन्होंने कहा कि इस निर्णय पर अभी भी असमंजस की स्थिति है.