50 हजार से ऊपर मिलेगा कोयलाकर्मियों को बोनस
50 हजार से ऊपर मिलेगा कोयलाकर्मियों को बोनस ट्रेड यूनियन व शीर्ष प्रबंधन की बैठक आज मजदूरों की नजर दिल्ली पर, प्रबंधन से बैठक के पूर्व सेंट्रल यूनियन बनायेगी आपसी सहमति उरीमारी : इस दफे कोयला कामगार अच्छे बोनस को लेकर काफी उम्मीद पाल रखे हैं. कोल इंडिया के जबरदस्त मुनाफे का आकलन करते हुए […]
50 हजार से ऊपर मिलेगा कोयलाकर्मियों को बोनस ट्रेड यूनियन व शीर्ष प्रबंधन की बैठक आज मजदूरों की नजर दिल्ली पर, प्रबंधन से बैठक के पूर्व सेंट्रल यूनियन बनायेगी आपसी सहमति उरीमारी : इस दफे कोयला कामगार अच्छे बोनस को लेकर काफी उम्मीद पाल रखे हैं. कोल इंडिया के जबरदस्त मुनाफे का आकलन करते हुए मजदूरों को यह आशा है कि पिछले वर्ष की तुलना में उन्हें कहीं अधिक बोनस दिया जायेगा. इसे लेकर बुधवार को दिल्ली में कोल इंडिया के शीर्ष प्रबंधन व पांचों सेंट्रल ट्रेड यूनियनों की बैठक सुबह 11 बजे से होगी. इसमें बोनस की राशि को अंतिम रूप दिया जायेगा. हालांकि इस बैठक से पूर्व सभी ट्रेड यूनियनों की अलग से बैठक होगी. इसमें मजदूरों के हितों का ध्यान रखते हुए बोनस की राशि पर आपसी सहमति बनायी जायेगी. ऐसा माना जा रहा है कि इस बार बोनस की राशि 50 हजार से ऊपर होगी. प्रबंधन लगायेगा पेंचट्रेड यूनियनों के बोनस की मांग के विपरीत कोल इंडिया प्रबंधन चाहेगा कि मजदूरों को कम से कम बोनस की राशि दी जाये. सूत्र बताते हैं कि प्रबंधन ने इसके लिए पूरी तैयारी कर रखी है. इधर, यूनियनें भी हाल में हुई हड़ताल की सफलता से काफी उत्साहित हैं. मजदूरों का समर्थन उनको मिलता रहे, इसके लिए उनके समक्ष भी अच्छा बोनस दिलाने की बड़ी चुनौती है. 15 वर्षों में 13 गुणा बढ़ा है बोनसवर्ष 2000 से 2014 के बीच बोनस के आंकड़ों पर गौर करे, तो इसमें करीब 13 गुणा की बढ़ोतरी हुई है. वर्ष 2013 में मजदूरों को 31 हजार 5 सौ रुपये बोनस मिला था. अगले वर्ष 2014 में करीब 27 प्रतिशत बढ़ा कर राशि 40 हजार कर दी गयी. अगर इस लिहाज से भी बोनस की राशि तय हुई तो करीब 50 हजार से ऊपर बोनस मिलना तय है. कब कितना मिला था बोनस वर्ष रुपये 2000 – 3100 रुपये 2001 – 3150 रुपये2002 – 3200 रुपये2003 – 3300 रुपये2004 – 3490 रुपये2005 – 3600 रुपये2006 – 5550 रुपये2007 – 6000 रुपये2008 – 8200 रुपये2009 – 10000 रुपये2010 – 15000 रुपये2011 – 20000 रुपये प्लस एक हजार दीवाली गिफ्ट2012 – 26500 रुपये2013 – 31500 रुपये2014 – 40000 रुपये2011 में बढ़ा था 4000 रुपये वर्ष 2011 में प्रबंधन एकतरफा निर्णय लेते हुए मजदूरों के खाते में 17 हजार रुपये बोनस की राशि डाल दी थी. इसके बाद मजदूर आंदोलित हो गये. हड़ताल पर चले गये. मजबूर होकर प्रबंधन ने बोनस में 3000 की बढ़ोतरी करते हुए अलग से एक हजार का दीवाली गिफ्ट दिया था. इसके बाद मामला शांत हुआ था. बूम करेगा बजारअच्छे बोनस को लेकर बाजार भी टकटकी लगाये हुए है. कोयलांचल समेत रामगढ़ के व्यवसायियों का पूजा बाजार पूरी तरह इसी बोनस पर निर्भर होता है. यदि बोनस अच्छा मिला तो बाजार में रौनक बढ़ जाती है.