अधूरे रह गये पंचायत भवन
अधूरे रह गये पंचायत भवन फोटो फाइल – 03 में अधूरा पंचायत भवनउरीमारी व पोटंगा में पंचायत भवन के लिए 24-24 लाख रुपये आवंटित किये गये थे. अभियंता पर केस दर्ज होने के बाद रुक गया काम.उरीमारी. हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड अंतर्गत उरीमारी व पोटंगा पंचायत को पंचायत भवन मिलने का सपना पूरा नहीं […]
अधूरे रह गये पंचायत भवन फोटो फाइल – 03 में अधूरा पंचायत भवनउरीमारी व पोटंगा में पंचायत भवन के लिए 24-24 लाख रुपये आवंटित किये गये थे. अभियंता पर केस दर्ज होने के बाद रुक गया काम.उरीमारी. हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड अंतर्गत उरीमारी व पोटंगा पंचायत को पंचायत भवन मिलने का सपना पूरा नहीं हो सका. विशेष प्रमंडल द्वारा विभागीय स्तर से पंचायत भवन बनाने का काम अधूरा रह गया. इन भवनों को बनाने के लिए 24-24 लाख रुपये आवंटित किये गये थे. बताया गया कि विभाग के जूनियर इंजीनियर द्वारा भवन निर्माण में वित्तीय गड़बड़ी की गयी थी. आधा-अधूरा भवन के एवज में पैसे की निकासी का मामला सामने आने पर विशेष प्रमंडल हजारीबाग द्वारा जूनियर अभियंता पर मामला दर्ज कराया गया है. उरीमारी में पंचायत भवन हेसाबेड़ा आदिवासी स्कूल के पीछे बनाने की प्रक्रिया पांच वर्ष पूर्व शुरू हुई थी. करीब आठ लाख रुपये से अधिक का काम कराया जा चुका था. नीचे में एक हॉल, चार कमरा व शौचालय व ऊपर में पांच कमरे का निर्माण कराया गया, लेकिन इस भवन में प्लास्टर, फ्लोर, खिड़की, दरवाजा समेत ऊपरी तल्ले का भवन भी अधूरा रहा. इसी तरह पोटंगा में भी एक तल्ले तक पंचायत भवन बन पाया. ऊपरी तल्ले का कार्य अधूरा रहा. इस भवन पर सात लाख से अधिक रुपये पेटी ठेकेदार द्वारा खर्च किये गये थे. यहां पर भी बंदरबांट का मामला सामने आया है. संबंधित अभियंताओं पर मामला दर्ज होने से इस भवनों का निर्माण अधूरा रह गया. इस तरह उरीमारी व पोटंगा पंचायत को पंचायत चुनाव के पांच वर्ष बाद भी पंचायत भवन बनने का सपना पूरा नहीं हो सका. अब महिला के हाथों में होगी कमानउरीमारी पंचायत अब मुखिया व पंचायत समिति के लिए महिला सीट आरक्षित हो गयी है. इससे पूर्व दोनों सीट जनरल श्रेणी में थे. कई दावेदार अपनी दावेदारी इस सीट के लिए ठोंक रहे हैं. पोटंगा में मुखिया व पंसस की सीट अनुसूचित जनजाति महिला के लिए आरक्षित किया गया है. यानी अब दोनों पंचायतों में मुखिया व पंसस की कमान महिला के हाथों में होगी.