लीड- पौराणिक कथाओं से मिलती है प्रेरणा: उर्मिला

लीड- पौराणिक कथाओं से मिलती है प्रेरणा: उर्मिला डीएवी बरकाकाना में दुर्गा पूजा महोत्सव मनापौराणिक कथाओं पर आधारित झांकी व नाटक का मंचन17बीएचयू-6-मां दुर्गे की झांकी. 7-बाली-सुग्रीव युद्ध का दृश्य.बरकाकाना़ डीएवी बरकाकाना में शनिवार को दुर्गा पूजा महोत्सव मनाया गया. इसमें वशिष्ट, परशुराम, द्रोण व अगस्त्य सदन के बच्चों ने दुर्गा पर आधारित झांकी व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 17, 2015 7:54 PM

लीड- पौराणिक कथाओं से मिलती है प्रेरणा: उर्मिला डीएवी बरकाकाना में दुर्गा पूजा महोत्सव मनापौराणिक कथाओं पर आधारित झांकी व नाटक का मंचन17बीएचयू-6-मां दुर्गे की झांकी. 7-बाली-सुग्रीव युद्ध का दृश्य.बरकाकाना़ डीएवी बरकाकाना में शनिवार को दुर्गा पूजा महोत्सव मनाया गया. इसमें वशिष्ट, परशुराम, द्रोण व अगस्त्य सदन के बच्चों ने दुर्गा पर आधारित झांकी व रामलीला की प्रस्तुति की. महोत्सव का उदघाटन प्रेरणा महिला मंडल की अध्यक्षा मधु श्रीवास्तव व डीएवी हजारीबाग की निदेशिका उर्मिला सिंह ने किया. मौके पर बच्चों ने दुर्गा के सभी रूपों समेत भगवान राम, लक्ष्मण, हनुमान, सीता, बाली, सुग्रीव आदि बन माहौल को भक्तिमय बना दिया. झांकी के दौरान शिक्षिका पपिया नंदी व टीम ने शंखनाद के साथ महिषासुर मर्दनी, कथा, बाली-सुग्रीव युद्ध कथा, सुग्रीव-श्रीराम दोस्ती कथा आदि को गीतों में पिरोकर झांकी को और आकर्षक बना दिया. मौके पर मुख्य अतिथि श्रीमती श्रीवास्तव ने कहा कि पौराणिक कथाओं को जीवंत रूप में प्रस्तुत कर बच्चों ने सार्थक संदेश रखा है. वहीं उर्मिला सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति इतनी समृद्ध है कि इसकी गहराई में गुणात्मक चारित्रिक विकास, राष्ट्र निर्माण, आपसी प्रेम व सदभाव का मार्ग प्रशस्त होता है. निर्णायक की भूमिका में तापिन नॉर्थ प्राचार्य एसके मिश्र व सोमा घटक थे. मौके पर डीएवी रजरप्पा प्राचार्य एसके झा, तोपा प्राचार्य आर प्रसाद, आरा प्राचार्य आरके राय, महिला मंडल की सुजाता सिंह, सुधा, चंद्रमुखी, प्रियंका सिंह, भारती प्रसाद, सिंधु वर्मा आदि उपस्थित थे.शोएबा को सर्वश्रेष्ठ अभिनय का खिताब: अंतरसदनीय प्रतियोगिता के मां दुर्गा की जीवंत झांकी में प्रथम परशुराम सदन, द्वितीय अगस्त्य सदन, तृतीय द्रोण सदन, रामलीला में प्रथम वशिष्ट सदन, द्वितीय परशुराम सदन, तृतीय अगस्त्य सदन, गरबा नृत्य में प्रथम वशिष्ट सदन, द्वितीय द्रोण सदन, तृतीय परशुराम सदन के प्रतिभागी रहें. वहीं संयुक्त रूप से प्रथम वशिष्ट सदन, द्वितीय परशुराम सदन, तृतीय अगस्त्य सदन रहा. सर्वश्रेष्ठ अभिनय का खिताब रामलीला में बाली की पत्नी का किरदार निभाने वाली शोएबा हुसैन को दिया गया.

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