परेज परियोजना में पेयजल संकट गहराया

परेज परियोजना में पेयजल संकट गहराया घाटोटांड़.सीसीएल परेज पूर्वी उत्खनन परियोजना कॉलोनी में पानी का संकट गहराते जा रहा है. परियोजना क्षेत्र में पेयजल के लिए करायी गयी तीन डीप बोरिंग में से दो काफी दिनों से खराब है. पूरे परियोजना में मात्र एक ही पेयजल का स्रोत बैंक के समीप चालू हालत में है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 25, 2015 9:50 PM

परेज परियोजना में पेयजल संकट गहराया घाटोटांड़.सीसीएल परेज पूर्वी उत्खनन परियोजना कॉलोनी में पानी का संकट गहराते जा रहा है. परियोजना क्षेत्र में पेयजल के लिए करायी गयी तीन डीप बोरिंग में से दो काफी दिनों से खराब है. पूरे परियोजना में मात्र एक ही पेयजल का स्रोत बैंक के समीप चालू हालत में है. यहां सुबह छह बजे से रात नाै बजे तक पानी के लिए लोगों को कतार लगी रहता है. प्रत्येक तीन घंटे के अंतराल पर बीच -बीच में एक -एक घंटे के लिए बंद कर चलाया जाता है. पूरे कॉलोनी के लोग यहीं से पीने के लिए पानी ले जाते हैं. यहां दो अन्य डीप बोरिंग काफी दिनों से खराब है, परंतु उसे प्रबंधन द्वारा अभी तक ठीक नहीं कराया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, बंद दो डीप बोरिंग एक पानी टंकी के समीप वाला व दूसरा स्टोर के समीप वाले से पीने योग्य पानी नहीं आता. घरों में परियोजना की खदान का जमा पानी पाइप लाइन द्वारा सप्लाई की जाती है. पानी फिल्टर में ला कर साफ किये बगैर सीधे रॉ वाटर सप्लाई करने के कारण यहां लोग इस पानी का इस्तेमाल सिर्फ नहाने खोने में करते हैं. यह भी अक्सर खराब रहता है. श्रमिक संगठनों के दबाव पर परियोजना को दो माह पूर्व ही एक नया मोटर पंप मिला, जिसे प्रबंधन द्वारा खदान के पुराना मोटर पंप के स्थान पर लगाने के बदले प्रेम नगर भेज दिया गया. हाल ही में एक सप्ताह पूर्व खदान का मोटर खराब हो गया. इधर, कई श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों ने बताया कि परियोजना क्षेत्र के क्वार्टरों में शुद्ध व नियमित पानी सप्लाई की व्यवस्था की मांग प्रबंधन से की है. परंतु प्रबंधन अभी तक परियोजना के वाटर फिल्टर प्लांट को ठीक नहीं किया है. इस बाबत प्रबंधन का पक्ष जानने के लिए परियोजना पदाधिकारी सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया गया, परंतु बातचीत नहीं हो सकी.

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