लीड) फ्लैग-आउटसोर्सिंग कंपनी के कार्य को चालू कराने में दो पक्षों में तनाव
लीड) फ्लैग-आउटसोर्सिंग कंपनी के कार्य को चालू कराने में दो पक्षों में तनाव हेडिंग-पुलिस ने मामला सुलझाया फोटो फाइल संख्या 3 कुजू के: बंद कराते संघर्ष मोर्चा के लोग, 3 कुजू एल: बैठक करते प्रशासन कुजू/चैनपुर.सारूबेड़ा परियोजना के फीडर ब्रेकर के पास कोयला क्रस करने के लिए बीपीपीएल एंड यूसीसी (जेबी)आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा कार्य प्रारंभ […]
लीड) फ्लैग-आउटसोर्सिंग कंपनी के कार्य को चालू कराने में दो पक्षों में तनाव हेडिंग-पुलिस ने मामला सुलझाया फोटो फाइल संख्या 3 कुजू के: बंद कराते संघर्ष मोर्चा के लोग, 3 कुजू एल: बैठक करते प्रशासन कुजू/चैनपुर.सारूबेड़ा परियोजना के फीडर ब्रेकर के पास कोयला क्रस करने के लिए बीपीपीएल एंड यूसीसी (जेबी)आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा कार्य प्रारंभ करने के दौरान दो पक्षों में तनाव की स्थिति बन गयी. एक पक्ष जहां कार्य को चालू कराना चाहते थे, दूसरे पक्ष कार्य को बंद कराना चाह रहा था. इसको लेकर काफी देर तक वहां का माहौल तनावपूर्ण बना रहा. प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मामले को शांत कराया गया. जानकारी के अनुसार आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा मंगलवार को कोयला क्रस करने व ट्रांसपोर्टिंग के कार्य को चालू किया गया. कार्य चालू कराने को लेकर आरा सारूबेड़ा से काफी संख्या में ग्रामीण पहुंचे थे. कंपनी द्वारा क्रस कोयला को डंपर (जेएच 17सी/3756 तथा ओआर 16डी/7974) में लाद कर वजन के लिए भेजा गया. उसे विस्थापित संघर्ष मोरचा आरा के ग्रामीणों ने वजन करने से रोक दिया. इस संबंध में विस्थापित संघर्ष मोरचा आरा के ग्रामीणों का कहना था कि उन लोगों द्वारा पूर्व में सीसीएल प्रबंधन सहित अन्य को अपनी मांगों को लेकर आवेदन दिया गया था. लेकिन प्रबंधन मांगों को नजरअंदाज करते हुए गत द्वारा गत 30 अक्तूबर को जबरन कार्य चालू कराने का प्रयास किया था. मोरचा द्वारा कार्य बंद करा दिया गया. इस मामले को लेकर वेस्ट बोकारो ओपी में आवेदन दिया गया था. इसके बावजूद प्रबंधन द्वारा पुन: जबरन कार्य को चालू कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसे किसी भी हालत में चालू नहीं होने दिया जायेगा. दूसरा पक्ष (जो कार्य को चालू कराना चाह रहा था) का कहना है कि जो लोग कार्य को बंद करा रहे हैं, उनकी जमीन यहां नहीं गयी है. यहां झंडू मांझी के वंशज की जमीन है. इसका कागजात प्रशासन को दे दिया गया है. कुछ लोग जबरदस्ती कार्य बंद कराकर अपनी रोटी सेंकना चाहते हैं. इधर मौके पर पहुंचे वेस्ट बोकारो ओपी के सअनि एसआर महतो द्वारा फीडर ब्रेकर में सीसीएल प्रबंधन, आउटसोर्सिंग प्रबंधन तथा दोनों पक्ष के ग्रामीणों के साथ बैठक कर मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया. बैठक में दोनों पक्षों से जमीन संबंधी कागजात की मांग की गयी. बैठक में सारूबेड़ा पीओ एसके प्रसार, क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी जेवाई कामडे, आउटसोर्सिंग कंपनी के जीएम सिंहदेव, राजेश बंका, कुमार शंकर, चंदन लोहारूका सहित दोनों पक्ष के ग्रामीण मौजूद थे. क्या कहते हैं आउटसोर्सिंग प्रबंधक बीपीपीएल एंड यूसीसी कंपनी के प्रबंधक का कहना है कि मंगलवार को कंपनी द्वारा ट्रांसपोर्टिंग तथा क्रसिंग कार्य को चालू किया गया था. कंपनी के कोयला लदे डंपर को कुछ लोगों द्वारा वजन करने से रोक दिया गया. इसके विरुद्ध कंपनी प्रबंधन द्वारा सीसीएल प्रबंधन को आवेदन दिया गया है. क्या कहते हैं सारूबेड़ा पीओ सारूबेड़ा पीओ एसके प्रासर का कहना था कि आउटसोर्सिंग प्रबंधन द्वारा उनको कुछ लोगों द्वारा कार्य बंद कराने को लेकर आवेदन दिया है. इसे आवश्यक कार्रवाई के लिए पुलिस प्रशासन को अग्रसारित कर दिया जायेगा.