डॉ ऋषि को सम्मानित किया गया
डॉ राज ऑर्थोस्कोपी सर्जरी फेलोशिप के लिए विदेश जायेंगे घाटोटांड़ : गायत्री प्रज्ञा पीठ के तत्वावधान में मंगलवार की देर शाम प्रज्ञा पीठ परिसर में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इसमें चिकित्सा क्षेत्र में नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने के लिए डॉ ऋषि राज को सम्मानित किया गया. अपनी माता मीना देवी व पिता […]
डॉ राज ऑर्थोस्कोपी सर्जरी फेलोशिप के लिए विदेश जायेंगे
घाटोटांड़ : गायत्री प्रज्ञा पीठ के तत्वावधान में मंगलवार की देर शाम प्रज्ञा पीठ परिसर में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया.
इसमें चिकित्सा क्षेत्र में नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने के लिए डॉ ऋषि राज को सम्मानित किया गया. अपनी माता मीना देवी व पिता प्रियतम भगत के साथ गायत्री प्रज्ञा पीठ के विशेष आमंत्रण पर समारोह में आये हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ ऋषि राज का स्वागत किया गया.
मुख्य वक्ता अवधेश कुमार शर्मा व शिवानंद पांडेय ने कहा कि संस्कार से ही बच्चे महान बनते हैं. गर्भावस्था से ही बेहतर माहौल व संस्कार देने की बात गुरु देव द्वारा कही गयी है. इसका अनुपालन करते हुए गायत्री परिवार से जुड़े प्रियतम भगत व मीना देवी ने अपने बच्चे को अच्छा संस्कार दिया. इसका फल सामने है. आज भगत दंपती के पुत्र डॉ ऋषि राज ने अपनी मेहनत व लगन की बदौलत चिकित्सा क्षेत्र में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं.
गायत्री परिवार सहित पूरा वेस्ट बोकारो को इन पर गर्व है. उन्होंने कहा कि डॉ राज छह माह के लिए नी-रिप्लेसमेंट व नी ऑर्थोस्कोपी सर्जरी के फेलोशिप के लिए विदेश (सिओल नेशनल यूनिवर्सिटी हॉस्पीटल साउथ कोरिया) जा रहे हैं. मौके पर डॉ ऋषि राज ने कहा कि वे छात्र जीवन से ही समाज के लिए कुछ करने की ठानी थी. उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र को चुना.
बिना कोचिंग खुद से अध्ययन कर 12 वीं की पढ़ाई पूरा करने के साथ मेडिकल प्रवेश परीक्षा पास की. पटना मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकीय शिक्षा दीक्षा लेने के बाद न्यू दिल्ली जाकर (एआइआइएमएस) सीनियर रेसीडेंसी के रूप में चिकित्सकीय पद्धति का अध्ययन किया. इसके उपरांत उन्होंने सर गंगा राम, मार्क्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पीटल व संत परम आनंद अस्पताल में सेवा दी. माैके पर शांतनु तिवारी, पप्पू सिंह, शेखर कुमार, हेमराज, दिगेंद्र महतो आदि माैजूद थे.