लीड) सावधान! भुरकुंडा में है नकली मिठाई की भरमार

लीड) सावधान! भुरकुंडा में है नकली मिठाई की भरमार 10बीएचयू-9- दुकान में सजी रंग-बिरंगी मिठाई.दिवाली पर परख कर मिठाई ले जायेंनकली मिठाई के सेवन से हो सकती है कई बीमारीकिडनी के लिए घातक है केमिकलयुक्त चाइनीज मिठाई भुरकुंडा. दीवाली पर खूबसूरत दिखनेवाली मिठाई की अत्यधिक मांग के कारण इस बार भुरकुंडा बाजार व आसपास में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 10, 2015 9:14 PM

लीड) सावधान! भुरकुंडा में है नकली मिठाई की भरमार 10बीएचयू-9- दुकान में सजी रंग-बिरंगी मिठाई.दिवाली पर परख कर मिठाई ले जायेंनकली मिठाई के सेवन से हो सकती है कई बीमारीकिडनी के लिए घातक है केमिकलयुक्त चाइनीज मिठाई भुरकुंडा. दीवाली पर खूबसूरत दिखनेवाली मिठाई की अत्यधिक मांग के कारण इस बार भुरकुंडा बाजार व आसपास में भी बड़े पैमाने पर नकली मिठाई की खेप लगातार पहुंच रही है. भुरकुंडा बाजार की मिठाई दुकानों का काउंटर इन दिनों ऐसे ही नकली मिठाई से गुलजार दिख रहा है. इसमें केमिकल युक्त चायनीज, कलर व कृत्रिम मिठाई की भरमार है. सस्ते व आकर्षक होने के कारण दुकानदारों को यह मिठाई खूब भा रही है. इसकी प्रति किलो कीमत दूध से बनी ओरिजनल मिठाई की अपेक्षा काफी कम पड़ती है. आकर्षक दिखने के कारण दूध से बनी मिठाई की तुलना में इसे अधिक मूल्य पर बेचा जाता है. भुरकुंडा में ऐसी मिठाइयों की डिमांड काफी है. किडनी के लिए घातक है नकली मिठाईनकली खास कर कलर व केमिकलयुक्त चायनीज मिठाइयों का सेवन तो काफी नुकसानदायक है. ऐसी मिठाई की धड़ल्ले से हो रही बिक्री पर रोक लगाने के अभियान में लगे रामगढ़ के खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह का कहना है कि इन मिठाई के सेवन से किडनी को नुकसान पहुंचता है. पेट संबंधी रोग, एलर्जी, डिहाइड्रेशन जैसी बीमारियों का खतरा रहता है.दूध के कम उत्पादन के कारण आयी नकली मिठाईभुरकुंडा क्षेत्र में नकली मिठाई की भरमार के कारण सस्ता होने के साथ-साथ दूध की कमी भी है. भुरकुंडा रामगढ़ शहर के बाद जिले का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है. कोयलांचल सहित जिंदल, पतरातू, ग्लास फैक्टरी के साथ ग्रामीण क्षेत्रों का भी भार रहता है. यहां रोजाना जितनी मिठाई की खपत है, उसकी तुलना में दूध की आपूर्ति आधे से भी कम है. पर्व त्योहार के मौके पर यह डिमांड पचास गुणा तक बढ़ जाता है. एक मिठाई दुकानदार ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यदि हम कृत्रिम खोवा व रेडिमेड मिठाई नहीं लायेंगे तो दुकानदारी ही ठप हो जायेगी.जांच-परख कर लें मिठाई, होगी कार्रवाई : डॉ मृत्युंजय.जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी डॉ मृत्युंजय कुमार सिंह कहते हैं कि किसी भी दुकान में मिठाई लेने से पहले उसे अपने स्तर से जरूर जांचें. फिर दुकानदार को स्पष्ट करें कि मिठाई नकली या गुणवत्ता युक्त न हुई तो इसकी शिकायत फूड विभाग तक पहुंचा देंगे. तब दुकानदार समझ जायेगा कि आप जागरूक ग्राहक हैं. ऐसे में शायद वो आपको नकली मिठाई न दे. शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जायेगी.

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