डाकागढ़ा व गेड़ेबीर में फल फूल रहा है कोयले का अवैध कारोबार
डाकागढ़ा व गेड़ेबीर में फल फूल रहा है कोयले का अवैध कारोबार7 चितरपुर ई…तस्करी के लिए ले जाते कोयलागोला/सोनडीमरा. झारखंड के गोला व पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र डाकागढ़ा एवं गेड़ेबीर में कोयले का अवैध कारोबार फल फूल रहा है. कई माह से यहां कोयले की तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है. जिससे सरकार […]
डाकागढ़ा व गेड़ेबीर में फल फूल रहा है कोयले का अवैध कारोबार7 चितरपुर ई…तस्करी के लिए ले जाते कोयलागोला/सोनडीमरा. झारखंड के गोला व पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्र डाकागढ़ा एवं गेड़ेबीर में कोयले का अवैध कारोबार फल फूल रहा है. कई माह से यहां कोयले की तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है. जिससे सरकार को लाखों रुपये राजस्व की हानि हो रही है. जिला पुलिस की लाख कोशिश के बावजूद इस क्षेत्र में कोयला तस्करी धड़ल्ले से जारी है. जानकारी के अनुसार रजरप्पा प्रोजेक्ट के खदान एवं इसके आसपास के खनन स्थल से कोयला साइकिल के माध्यम से डाकागढ़ा व गेड़ेबीर पहुंचाया जाता है. जहां तीन-चार अवैध डिपो में कोयले की खरीद की जाती है. तत्पश्चात यहां से बंगाल क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में ट्रकों के माध्यम से भेजा जाता है. रामगढ़-बोकारो व रामगढ़-मुरी मार्ग पर कोयला ढोनेवालों का तांता लगा रहता है. जहां साइकिल वालों से तीन थाना के पुलिसकर्मियों द्वारा 50-50 रुपये की वसूली भी की जाती है. डाकागढ़ा में कई बार पुलिस द्वारा छापामारी की जा चुकी है. इसके बावजूद कोयला तस्करी पर अंकुश नहीं लग सका है. जबकि डाकागढ़ा में अवैध डिपो संचालक पर रजरप्पा थाना में 21 सितंबर 2015 को मामला भी दर्ज हुआ है. लेकिन अबतक पुलिस द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.