विस्थापितों ने चक्का जाम किया
उरीमारी : विस्थापित समिति उरीमारी के बैनर तले सोमवार को विस्थापितों ने सीसीएल बिरसा परियोजना में कामकाज को ठप करा दिया. आंदोलन का नेतृत्व दसई किस्कू कर रहे थे. लगभग 12 बजे पहुंचे विस्थापितों ने कहा कि परियोजना प्रबंधन रोड सेल के तहत गाड़ियों में लदायी के लिए कोयले की आपूर्ति नहीं कर रहा है. […]
उरीमारी : विस्थापित समिति उरीमारी के बैनर तले सोमवार को विस्थापितों ने सीसीएल बिरसा परियोजना में कामकाज को ठप करा दिया. आंदोलन का नेतृत्व दसई किस्कू कर रहे थे. लगभग 12 बजे पहुंचे विस्थापितों ने कहा कि परियोजना प्रबंधन रोड सेल के तहत गाड़ियों में लदायी के लिए कोयले की आपूर्ति नहीं कर रहा है.
साथ ही यहां पर मशीनों की संख्या नहीं बढ़ायी जा रही है, इसके कारण उत्पादन कार्य काफी धीमी गति से चल रहा है. कहा कि रोड सेल के तहत कोयला लदायी नहीं होने से हजारों विस्थापित ग्रामीणों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
प्रबंधन को बिरसा परियोजना में अपने पूर्व के वादे के तहत नयी मशीनें देनी होगी. आंदोलन के दौरान परियोजना का कामकाज पूरी तरह ठप पड़ा रहा. मशीनें खड़ी रहीं. लगभग दो घंटे उपरांत प्रबंधन के साथ हुई वार्ता के बाद कामकाज शुरू हुआ. वार्ता में प्रबंधन ने आश्वासन दिया कि सोमवार की शाम से रोड सेल में कोयला आपूर्ति को नियमित कर दिया जायेगा.
मौके पर समिति के सचिव गहन टुडू ने कहा कि यदि कोयला आपूर्ति में आनाकानी की गयी, तो पुन: आंदोलन किया जायेगा. श्री टुडू ने कहा कि इस परियोजना को चलाने के लिए प्रबंधन तत्काल मशीनें उपलब्ध कराये. वार्ता में प्रबंधन की ओर से पीओ जीसी साहा, एनएन गुप्ता, समिति की ओर से गहन टुडू, बेनीलाल मांझी, सुखू मांझी, दिनेश करमाली, सुरेश प्रजापति, मुन्ना कुमार, तालो हांसदा, परमेश्वर सोरेन, लालजी पंवरिया, बंधन करमाली, सिकंदर सोरेन, जितेंद्र यादव, गोविंद पंवरिया, प्रकाश नायक आदिशामिल थे.