हितों को नजरअंदाज न करे प्रबंधन

गिद्दी (हजारीबाग) : 21 सूत्री मांगों को लेकर रैयत विस्थापित मोरचा ने सोमवार को रैलीगढ़ा परियोजना कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया.धरना स्थल पर आयोजित सभा में मोरचा के केंद्रीय महासचिव सैनाथ गंझू ने कहा कि रैलीगढ़ा परियोजना से विस्थापित होनेवाले बसकुदरा, बसरिया, गिद्दी बस्ती के कई लोगों को अभी तक नौकरी व मुआवजा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2013 3:14 AM

गिद्दी (हजारीबाग) : 21 सूत्री मांगों को लेकर रैयत विस्थापित मोरचा ने सोमवार को रैलीगढ़ा परियोजना कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया.धरना स्थल पर आयोजित सभा में मोरचा के केंद्रीय महासचिव सैनाथ गंझू ने कहा कि रैलीगढ़ा परियोजना से विस्थापित होनेवाले बसकुदरा, बसरिया, गिद्दी बस्ती के कई लोगों को अभी तक नौकरी व मुआवजा नहीं मिला है. यहां तक की उन्हें पुनर्वास की व्यवस्था भी नहीं की गयी है.

उन्होंने कोल इंडिया प्रबंधन की विस्थापन नीति की आलोचना करते हुए प्रबंधन से विस्थापितों के हित में कार्य करने की मांग की. उन्होंने प्रबंधन को चेतावनी दी कि हमारी मांगों पर अविलंब विचार नही किया गया तो मोरचा इसके विरोध में आंदोलन करेगा.

सभा में मजदूर नेता धनेश्वर तुरी, मोर्चा कें द्रीय उपाध्यक्ष आरडी मांझी, कोषाध्यक्ष रंजीत बेसरा, कार्तिक मांझी, मनीष मांझी, दिनेश्वर गंझू, सुनील गंझू, महादेव महली आदि ने भी अपनी-अपनी बातें रखी. इसकी अध्यक्षता महावीर मांझी ने की. सभा समाप्ति के बाद मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल ने कोलियरी प्रबंधन को मांग पत्र सौंपा.

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