रेल यात्रियों को अब पीना पड़ेगा दूषित पानी
मूर्तियों के विर्सजन से तालाब का पानी हुआ दूषित बरकाकाना : एक ओर जहां भारत सरकार द्वारा स्वच्छता मिशन अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत नदियों व अन्य जलाशयों की साफ-सफाई व शुद्ध पेयजल के लिए योजनाएं बनायी जा रही है. इसके विपरित रेलवे आवासीय परिसर व बरकाकाना जंक्शन में पानी सप्लाई करने वाला […]
मूर्तियों के विर्सजन से तालाब का पानी हुआ दूषित
बरकाकाना : एक ओर जहां भारत सरकार द्वारा स्वच्छता मिशन अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत नदियों व अन्य जलाशयों की साफ-सफाई व शुद्ध पेयजल के लिए योजनाएं बनायी जा रही है. इसके विपरित रेलवे आवासीय परिसर व बरकाकाना जंक्शन में पानी सप्लाई करने वाला जोड़ा तालाब पोचरा अपनी बेबसी पर रो रहा है. गरमी शुरू होने के पूर्व से ही तालाब का जलस्तर लगातार घटता जा रहा है.
तालाब दोनों ओर से सूखने लगा है. स्थिति यह है कि इसमें प्रवाहित की गयी मूर्तियां भी पूरी तरह जलमग्न नहीं हो सकी है. क्षेत्र में बीते दिनों हर्षोल्लास के साथ सरस्वती पूजा संपन्न हुआ. जिसके बाद मूर्तियों का विर्सजन पोचरा रेलवे तालाब में किया गया.
पूजा के दौरान हुए हवन की राख, फूल माला, अगरबत्ती का भी विसर्जन तालाब में हुआ. रेलवे द्वारा इसी तालाब से रेल कर्मियों व रेल यात्रियों को पानी मुहैया कराया जाता है. मूर्तियों में इको फ्रेंडली कलर का इस्तेमाल नहीं होने व पूजा के बाद के सभी अवशेषों को तालाब में डाल दिये जाने से पानी दूषित हो रहा है. समय रहते तालाब की सफाई नहीं की गयी, तो लोगों को बीमारियों से दो-चार होना पड़ सकता है.