सीसीएल पर दोहरी मार
रजरप्पा/चितरपुर : रिवर क्लोज की सूचना से परेशान लोगों को गैतलसूद डैम का पानी को खोले जाने से बड़ी राहत मिली है. भैरवी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. चितरपुर, गोला में पेयजल की आपूर्ति के लायक पर्याप्त पानी की व्यवस्था हो गयी है. रजरप्पा में मां छिन्नमस्तिके के दर्शन के लिए आनेवाले श्रद्धालुओं की […]
रजरप्पा/चितरपुर : रिवर क्लोज की सूचना से परेशान लोगों को गैतलसूद डैम का पानी को खोले जाने से बड़ी राहत मिली है. भैरवी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. चितरपुर, गोला में पेयजल की आपूर्ति के लायक पर्याप्त पानी की व्यवस्था हो गयी है. रजरप्पा में मां छिन्नमस्तिके के दर्शन के लिए आनेवाले श्रद्धालुओं की परेशानी भी दूर हो गयी है.
दूसरी ओर, सीसीएल रजरप्पा प्रबंधन दोहरी समस्या से बेचैन है. रिवर क्लोज के कारण उसे पानी का संकट झेलना पड़ रहा है, तो दूसरी ओर डीवीसी ने 3.69 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान करने का नोटिस भेजा है. उस पर वर्ष 1995 से 2015 तक का पानी का बिल बकाया है. जल संसाधन विभाग ने कंपनी को पानी की व्यवस्था खुद करने के लिए कह दिया है. इससे परेशान कंपनी कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है.
इस संदर्भ में जीएम सिविल वीके सोपट, जीएम सिविल 2 एसके घोष, चीफ मैनेजर सिविल एच चक्रवर्ती, रजरप्पा के महाप्रबंधक केएल कुंडू, धीरेंद्र बिहारी, पी मारीक ने भैरवी जलाशय का दौरा किया. दौरे के बाद सोपट ने बताया कि डीवीसी से सीसीएल का लगातार पानी देने का एग्रीमेंट है.
किसी सूरत में पानी की आपूर्ति नहीं रोकी जा सकती. इस संदर्भ में मुख्यमंत्री, जल संसाधन मंत्री, सचिव सहित उपायुक्त से मिल कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी जायेगी. उन्होंने बताया कि अगर नदी से पानी नहीं मिला, तो 100 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट वाशरी ठप हो जायेगा. साथ ही रजरप्पा के 20 हजार, चितरपुर, गोला व दुलमी के तीन लाख लोगों को पानी नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि रिवर क्लोज की सूचना छह माह पूर्व देनी चाहिए और पानी निकासी की भी व्यवस्था विभाग को करनी चाहिए.