सोहराइ कला को दीवारों पर उकेर रही बच्चियां
सोहराइ कला को दीवारों पर उकेर रही बच्चियां 8बीएचयू-6-चित्र बनाती आकृति व तारा.उरीमारी. हजारीबाग शहर के विभिन्न सार्वजनिक दीवारों पर उकेरी गयी सोहराइ कला को अब कोयलांचल क्षेत्र के उरीमारी में भी उकेरने का काम दो बच्चियां कर रही हैं. शुक्रवार को पिंडरा टोला उत्क्रमित विद्यालय की बाहरी दीवारों पर डीएवी में वर्ग दशम में […]
सोहराइ कला को दीवारों पर उकेर रही बच्चियां 8बीएचयू-6-चित्र बनाती आकृति व तारा.उरीमारी. हजारीबाग शहर के विभिन्न सार्वजनिक दीवारों पर उकेरी गयी सोहराइ कला को अब कोयलांचल क्षेत्र के उरीमारी में भी उकेरने का काम दो बच्चियां कर रही हैं. शुक्रवार को पिंडरा टोला उत्क्रमित विद्यालय की बाहरी दीवारों पर डीएवी में वर्ग दशम में पढ़ने वाली आकृति व पावन क्रूस स्कूल की तारा इस कला को पूरी तन्मयता के साथ दीवारों पर उकेरने का काम शुरू कर चुकी हैं. इन बच्चियों ने बताया कि उन्होंने इसके लिए विशेष प्रशिक्षण नहीं लिया है. लेकिन अखबारों व किताबों में सोहराइ कला के बाबत जानकारी इकट्ठा की. इस कला को इस क्षेत्र में लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से यह काम कर रही हैं. कहा कि इस कला को संरक्षित करने के लिए और लोगों को भी इस अभियान से जुड़ने की जरूरत है. सोहराइ कला के तहत विभिन्न पशु-पक्षियों, आदिवासी रीति-रिवाज के तहत जीवन यापन, मनुष्यों की गतिविधियों को चित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया जाता है. बताया गया कि गुरु गोष्ठी में शिक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने विद्यालयों के बाहरी दीवारों पर सोहराइ कला के तहत चित्रों को बनाने का काम करायें. ताकि विद्यालय का आकर्षण बढ़े व इस कला को बचाने के प्रति बच्चों में जागरूकता आये. मालूम हो कि प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो पर मन की बात कार्यक्रम में हजारीबाग के दीवारों पर उकेरी गयी सोहराइ कला का जिक्र किया था.