चार वर्षों से अधूरा पड़ा है दो चेकडैम

गिद्दी (हजारीबाग) : बड़काचुंबा पंचायत में लगभग 44 लाख रुपये की लागत से बनने वाले दो चेकडैम तीन-चार वर्षों से अधूरे पड़े हैं. दोनों चेकडैम में अभी तक फाटक नहीं लगा है, जबकि एक चेकडैम में ब्लॉक का कार्य भी नहीं हुआ है. कार्य पूरा नहीं होने की वजह से इसका लाभ ग्रामीण नहीं उठा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2016 5:48 AM
गिद्दी (हजारीबाग) : बड़काचुंबा पंचायत में लगभग 44 लाख रुपये की लागत से बनने वाले दो चेकडैम तीन-चार वर्षों से अधूरे पड़े हैं. दोनों चेकडैम में अभी तक फाटक नहीं लगा है, जबकि एक चेकडैम में ब्लॉक का कार्य भी नहीं हुआ है. कार्य पूरा नहीं होने की वजह से इसका लाभ ग्रामीण नहीं उठा पा रहे हैं.
बताया जाता है कि कार्य पूरा दिखा कर अभिकर्त्ता ने अधिकांश राशि की निकासी कर ली है. जानकारी के अनुसार आइएपी सरकारी योजना से चार-पांच वर्ष पूर्व बड़काचुंबा गांव के कोनडीलवा व पीपरागढ़ा के नाले पर दो चेकडैम का निर्माण शुरू किया गया.
चेकडैम के अधिकांश कार्य पूरे हो गये हैं, लेकिन फाटक तथा पीपरगढ़ा के चेकडैम में ब्लॉक आदि का कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है. इससे दोनों चेकडैम में पानी का जमाव नहीं हो पा रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि दोनों चेकडैम में फाटक नहीं लगेगा, तब तक इसका लाभ किसान नहीं उठा सकते हैं. विभाग के संबंधित अभियंता ने कहा कि ग्रामीण अभिकर्ता से मंदिर निर्माण को लेकर आर्थिक मदद मांग रहे थे.
उन्हें इसके लिए पैसे दिये जा रहे थे. पर वे अपनी इच्छानुसार मांग रहे हैं. इसके कारण ही इसका कुछ कार्य अधूरा पड़ा है. उन्होंने बताया कि प्राक्कलन के तहत दोनों चेकडैम में फाटक नहीं लगना था, लेकिन ग्रामीणों के कहने पर फाटक की व्यवस्था करा दी गयी है. अभियंता ने कहा कि ग्रामीण व अभिकर्ता में आपसी समझ नहीं होने के कारण यह कार्य अधूरा पड़ा है. भाजपा के राजेंद्र प्रसाद कुशवाहा ने जिला प्रशासन से अधूरे पड़े चैकडेम का निर्माण कार्य पूरा कराने की मांग की है.

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