मजदूरों की एकता से बड़ी कोई ताकत नहीं

बरकाकाना : सामुदायिक भवन नयानगर बरकाकाना में मंगलवार को दो सितंबर की देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने कन्वेंशन का आयोजन किया. कन्वेंशन में कोयला मजदूरों के 10 वें वेतन समझौते में हो रही देरी समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गयी. सभी नेताओं ने अपनी बातें रखी. एटक अध्यक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 23, 2016 11:58 PM
बरकाकाना : सामुदायिक भवन नयानगर बरकाकाना में मंगलवार को दो सितंबर की देशव्यापी हड़ताल को सफल बनाने के लिए संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने कन्वेंशन का आयोजन किया. कन्वेंशन में कोयला मजदूरों के 10 वें वेतन समझौते में हो रही देरी समेत कई मुद्दों पर चर्चा की गयी. सभी नेताओं ने अपनी बातें रखी. एटक अध्यक्ष रमेंद्र कुमार ने कहा कि कोयला मजदूर बेसब्री से नये वेतन समझौते का इंतजार कर रहे हैं.
मजदूरों के बीच प्रबंधन व सरकार के मजदूर विरोधी रवैये के कारण भारी आक्रोश है. मजदूर एकता से बड़ी कोई ताकत नहीं है. मजदूर अपने प्यार से किसी को भी गद्दी पर बैठा सकते हैं. समय आने पर यही मजदूर उन्हें गद्दी से उतार भी सकते हैं. उन्होंने बताया कि नौवां वेतन समझौता की अवधि 30 जून को समाप्त हो चुकी है. इसके बावजूद अभी तक जेबीसीसीआइ का गठन नहीं किया गया है.
22 फरवरी को केंद्रीय कोयला मंत्री के साथ पांचों श्रमिक संगठनों की नयी दिल्ली में बैठक हुई थी. इसमें अप्रैल माह तक जेबीसीसीआइ का गठन कर वार्ता करते हुए एक जुलाई से नये दर से वेतन भुगतान पर सहमति बनी थी. इसके तहत रांची में अप्रैल माह में संयुक्त मांग पत्र कोयला मंत्रालय के सचिव को सौंपा गया था.
इसके बावजूद तरह-तरह के अड़ंगे लगा कर जेबीसीसीआइ के गठन में देरी की जा रही है. उन्होंने पेंशन मुद्दे पर कहा कि पेंशन अनुदान के प्रतिशत को नहीं बढ़ाया गया तो जल्द ही पेंशन बंद होने की नौबत आ जायेगी. इसके आलावे नेताओं द्वारा ठेका मजदूरों को हाइ पावर कमेटी की अनुशंसा के आधार पर न्यूनतम मजदूरी का भुगतान करने, ठेका मजदूरों को नियमित करने, ठेका मजदूरों को पीएफ, बोनस, पेंशन सुरक्षा आदि का लाभ देने, आउटसोर्सिंग प्रथा बंद करने पर चर्चा हुई.
इसकी अध्यक्षता इंटक महासचिव मुरलीधर विश्वकर्मा ने की. संचालन एनसीओइए महामंत्री आरपी सिंह ने किया. कन्वेंशन में एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेंद्र कुमार, ऑल इंडिया कोल फेडरेशन के डीडी रामानंदन, बीकेएमयू नेता मिथिलेश सिंह, जनता मजदूर संघ के हरिशंकर सिंह, एक्टू के कार्यकारी अध्यक्ष बैजनाथ मिस्त्री, यूसीडब्ल्यूयू के सचिव अशोक यादव, एजेएसएस सीसीएल सचिव सतीश सिन्हा, कार्यक्रम के संयोजक योगेंद्र सिंह, विंध्याचल बेदिया, एसएनए जाफरी, महावीर राम, एनसी विश्वास, कन्हैया सिंह, अशोक शर्मा, सुरेश शर्मा, बालेश्वर प्रसाद, नंदकिशोर तिवारी, नरेश मंडल, अनुज कुमार, मो क्युम, विजेंद्र प्रसाद, डॉ आशीष, जेपीएन सिन्हा, शैलेश ओझा, दिलेंद्र सिंह, खिरोधर महतो, लखन राम, प्रभात श्रीवास्तव, रतन कुमार, सुशील कुमार समेत अन्य उपस्थित थे.

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