मजदूरों के प्रति सरकार असंवेदनशील

बरकाकाना : केंद्र सरकार श्रम कानूनों में बदलाव कॉरपोरेट मालिकों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से करना चाहती है. सरकार द्वारा निजीकरण को बढ़ावा देकर सार्वजनिक उपक्रमों को बंद करने के एजेंडे पर काम किया जा रहा है. मजदूरों पर चौतरफा आघात करने के उद्देश्य से सामाजिक सुरक्षा योजना पेंशन को बंद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 27, 2016 1:17 AM
बरकाकाना : केंद्र सरकार श्रम कानूनों में बदलाव कॉरपोरेट मालिकों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से करना चाहती है. सरकार द्वारा निजीकरण को बढ़ावा देकर सार्वजनिक उपक्रमों को बंद करने के एजेंडे पर काम किया जा रहा है. मजदूरों पर चौतरफा आघात करने के उद्देश्य से सामाजिक सुरक्षा योजना पेंशन को बंद करने का ताना-बाना बुना जा रहा है.
10 वें वेतन समझौता में विलंब करके मजदूरों में आक्रोश भरा जा रहा है. सभी वेतन समझौते का पेंडिंग रहना भी केंद्र सरकार की नाकामी को दर्शाता है. उक्त बातें ऑल इंडिया कोल फेडरेशन महासचिव डीडी रामानंदन ने सीसीएल गेस्ट हाउस में एनसीओइए बरकाकाना शाखा की बैठक में बतौर मुख्य अतिथि कही
बैठक की अध्यक्षता शाखा अध्यक्ष नवीनचंद्र विश्वास ने किया. संचालन सचिव प्रभात श्रीवास्तव ने किया़ इस दौरान दो सितंबर को देशव्यापी हड़ताल पर चर्चा की गयी. श्री रामानंदन ने शाखा पदाधिकारियों से प्रक्षेत्र के हर एक मजदूर के पास जाकर गलत नीतियों के कारण होने वाले नफा व नुकसान का आकलन करने व केंद्र सरकार की गलत नीतियों को उजागर करने का निर्देश दिया. शाखा अध्यक्ष ने केंद्रीय कर्मशाला में मजदूरों के संपूर्ण हड़ताल में रहने की बात कही गयी. मौके पर दिलेंद्र सिंह, एपी दुबे, लखन प्रसाद, असित श्रीवास्तव, पंकज कृष्ण जमुआर, खिरोधर महतो, रामलाल, भुवनेश्वर बेदिया, प्रमोद राम व अन्य उपस्थित थे.

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