भुरकुंडा व भदानीनगर के छठ घाटों की हुई सफाई
भुरकुंडा/भदानीनगर : भुरकुंडा कोयलांचल व भदानीनगर ग्रामीण क्षेत्र में शुक्रवार से चार दिवसीय महापर्व छठ शुरू हुआ. छठ व्रतियों ने सुबह स्नान व पूजा के उपरांत कद्दू, चना दाल व अरवा चावल का सेवन कर अपना कठिन व्रत प्रारंभ किया. शनिवार को छठव्रती खरना पूजन करेंगे. छठव्रती रविवार शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे. सोमवार सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ महापर्व संपन्न हो जायेगा. छठ को लेकर पूरा क्षेत्र भक्तिमय बन चुका है. महापर्व को लेकर भुरकुंडा कोयलांचल व भदानीनगर के विभिन्न छठ घाटों की सफाई की गयी.
इसमें सौंदा डी नलकारी घाट, रिवर साइड दामोदर घाट, दोमुहान घाट, भदानीनगर के आइएजी डैम, चोरधरा कनकनी नदी घाट, दामोदर घाट, कनकनी चमारीबेड़ा घाट, चिकोर पारगढ़ा दोमुहान घाट आदि की सफाई की गयी. इसमें चमनलाल, चोरधरा मुखिया बंदी देवी, पंसस पुष्पा एक्का, उप मुखिया पम्पा सरकार, अखिलेश टोप्पो, डॉ आरएन सरकार, राजकिशोर, राजकुमार बेदिया, अशोक साव, राजेंद्र साव, राजू साव समेत कई लोग शामिल थे. जनप्रतिनिधियों ने बताया कि छठ के दिन छठ व्रतियों की सुविधा के लिए पूजन सामग्री, दूध, फल का वितरण किया जायेगा.
बह रहा नाली का पानी, व्रतियों को होगी परेशानी : छठ घाटों तक जाने वाले विभिन्न मार्गों पर अब तक साफ-सफाई के लिए कोई ठोस पहल नहीं हुई है. रास्ते उबड़-खाबड़ हैं. कई जगहों पर तो नाली का पानी सड़क पर निर्बाध बह रहा है. जनता टॉकिज के पास मेन रोड पर नाली का पानी सड़क पर बने गड्ढों में भरा हुआ है.
यह पानी राहगीरों के लिए मुसीबत बना हुआ है. खास कर छठ व्रतियों को इससे भारी परेशानी होगी, क्योंकि काफी संख्या में छठ व्रती इस रास्ते से सौंदा डी नलकारी घाट तक जाते हैं.
कुजू़ तोपा व ओरला छठ पूजा समिति द्वारा महापर्व को लेकर अस्थायी कृत्रिम छठ घाट व घाट के बीचों बीच भगवान सूर्य की दो प्रतिमा स्थापित की गयी है. शुक्रवार शाम विधिवत पूजा-अर्चना के साथ सीसीएल कुजू क्षत्र के एसओपी विजय कुमार ने प्रतिमाओं का उदघाटन किया.
मौके पर समिति के लोगों ने बताया कि छठ को लेकर मेले का भी आयोजन किया गया है. जबकि आठ नवंबर को भगवती जागरण होगा. मौके पर तोपा मुखिया अरशद अंसारी, रामभजनलाल महतो, एमएफ हक, ज्योतिंद्र साहू, सरिता मंडल, निर्मल करमाली, विनोद मुंडा, विनोद प्रसाद, जयनाथ महतो, हरिशंकर प्रसाद, अनुजलाल व अन्य मौजूद थे.