आशिक भी हूं, कातिल भी हूं…
रजरप्पा : रजरप्पा महोत्सव का आकर्षण का केंद्र मशहूर गायक अभिजीत भट्टाचार्या रहे. अभिजीत ने जोरदार तरीके से मंच पर इंट्री की. उनके आते ही लोगों के दिलों की धड़कने बढ़ गयी. उन्होंने …आशिक भी हूं, कातिल भी हूं…गाकर लोगों को खूब झूमाया. इसके बाद …तू बहुत खुबसूरत हो, …मैं रोंऊ यहां हंसु, …दिवानगी के […]
रजरप्पा : रजरप्पा महोत्सव का आकर्षण का केंद्र मशहूर गायक अभिजीत भट्टाचार्या रहे. अभिजीत ने जोरदार तरीके से मंच पर इंट्री की. उनके आते ही लोगों के दिलों की धड़कने बढ़ गयी. उन्होंने …आशिक भी हूं, कातिल भी हूं…गाकर लोगों को खूब झूमाया.
इसके बाद …तू बहुत खुबसूरत हो, …मैं रोंऊ यहां हंसु, …दिवानगी के हद से गुजर जांऊ, …बस इतना सा प्यार है, …वादा रहा सनम और हिंदी के कई गीत गा कर लोगों को झूमाया. उन्होंने कहा कि झारखंड में पहली बार आया हूं. मेरा ननिहाल जामताड़ा है. इतनी भीड़ देख कर काफी खुश हूं. रजरप्पा महोत्सव का संदेश पूरी दुनिया में जायेगा.