मजदूर की मौत से भड़के ग्रामीण
खदान में उत्पादन व डिस्पैच कार्य रोका पुलिस से भी हुई नोक-झोंक. परिजन को नौकरी देने की अनुशंसा की जायेगी : प्रबंधन भुरकुंडा : भुरकुंडा कोलियरी की बलकुदरा आउटसोर्सिंग खुली खदान में बुधवार को ब्लास्टिंग से उड़े पत्थर की चपेट में आकर मजदूर रमेश हांसदा की मौत के बाद स्थानीय विस्थापित ग्रामीणों का आक्रोश फूट […]
खदान में उत्पादन व डिस्पैच कार्य रोका पुलिस से भी हुई नोक-झोंक.
परिजन को नौकरी देने की अनुशंसा की जायेगी : प्रबंधन
भुरकुंडा : भुरकुंडा कोलियरी की बलकुदरा आउटसोर्सिंग खुली खदान में बुधवार को ब्लास्टिंग से उड़े पत्थर की चपेट में आकर मजदूर रमेश हांसदा की मौत के बाद स्थानीय विस्थापित ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा. ग्रामीणों ने बलकुदरा स्थित सीसीएल के कार्यालय में तोड़-फोड़ की. कार्यालय के सभी सामानों को तोड़ कर बाहर फेंक दिया. मौके पर पहुंची पुलिस के साथ भी उनकी नोंक-झोंक हुई. श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि भी ग्रामीणों के साथ मिल कर मृतक मजदूर के आश्रित को मुआवजा व नौकरी देने की मांग सीसीएल प्रबंधन से कर रहे थे. ग्रामीण बतौर मुआवजा एक करोड़ रुपये व सरकारी नौकरी की मांग पर अड़े थे.
कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी पीएलआर से भी मुआवजा मांगा जायेगा. आंदोलन में सैनाथ गंझू, रंजीत बेसरा, वीरेंद्र मांझी, राजेश महली, प्रदीप मांझी, झरी मुंडा, वीरेंद्र यादव, योगेंद्र यादव, आजाद भुइयां, संजय करमाली, विजय मुंडा, सन्नी बेसरा, शंकर मांझी, मनोज हांसदा, बिहारी मांझी, राजेश करमाली, छोटेलाल मांझी, चैता गंझू, श्याम लाल मांझी, डोरका मांझी, केडी राम मांझी, सरयू, वीरेंद्र समेत कई ग्रामीण आंदोलन में शामिल थे. मौके पर डीएसपी वीरेंद्र चौधरी, इंस्पेक्टर, सीओ अजय तिर्की, पीओ जीसी साहा समेत श्रमिक संगठनों के विंध्याचल बेदिया, उदय सिंह, एसएन झा, अशोक शर्मा, लखेंद्र राय, विनोद मिश्रा, विष्णु कुमार, नौशाद, सतीश सिन्हा मौजूद थे. समाचार भेजे जाने तक वार्ता के लिए आंदोलनकारियों को मनाने की कोशिश चल रही थी.